सरस्वती पूजा पर फिर चर्चा में आया बंगाल, तृणमूल विधायक की हत्या
पूजा करके मंच से उतरे TMC विधायक, तभी हमलावरों ने बरसा दीं ताबड़तोड़ गोलियां, मौत
सत्यजीत बिस्वास सरस्वती पूजा का उद्घाटन करने के बाद मंच से नीचे उतरकर अपनी कार की ओर जा रहे थे.
कोलकाता: प0 बंगाल और सरस्वती पूजा में विवाद का एक गहरा संबंध स्थापित हो गया है। कभी विद्यालयों में सरस्वती पूजा को लेकर हंगामा होता है तो कभी सरस्वती पूजा पर तृणमूल नेताओं के बयान से।
ताजा मामले में पश्चिम बंगाल की कृष्णगंज विधानसभा से तृणमूल कॉंग्रेस के विधायक सत्यजीत बिस्वास की शनिवार को नादिया जिले में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि बिस्वास रात करीब 8 बजे माजिया-फुलबाड़ी इलाके में सरस्वती पूजा समारोह में हिस्सा ले रहे थे. इसी दौरान अपराधियों ने उन पर गोलियाँ चला दीं. गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई. सत्यजीत को गोली लगते ही कृष्णगर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल, सत्यजीत बिस्वास सरस्वती पूजा का उद्घाटन करने के बाद मंच से नीचे उतरकर अपनी कार की ओर जा रहे थे. इस दौरान अचानक से कई बदमाश कहीं से बाहर आए और उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना पर तृणमूल कॉंग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ”उन्हें मारने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उनकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्यवाही होगी. उन्होंने बिस्वास की मौत के लिए बीजेपी जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि कुछ ‘गद्दार’ हैं जिन्होंने उन्हें मार डाला है.
चटर्जी ने कहा कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से तुरंत अस्पताल पहुँचने के लिए कहा है और वह कल नादिया के लिए रवाना हो सकते हैं. नादिया जिले के टीएमसी अध्यक्ष गौरीशंकर दत्ता ने बिस्वास की हत्या के लिए सीधे तौर पर बीजेपी नेता मुकुल रॉय को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय जिले में टीएमसी के संगठन को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. यह एक राजनीतिक हत्या है ।
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