गोविंदपुर के ग्रामीणों ने कहा जमीन निरस्त नहीं हुआ तो आंदोलन को होंगे मजबूर
गोविंदपुर पंचायत के ढाब सलोनिया मौजा के रैयतों ने सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी हजारीबाग को पत्र लिखकर गैरमजूरवा जमीन खाता संख्या 43 का प्लॉट नम्बर 162, 228, 235, 237, 192, 337 आदि का बंदोबस्त निरस्त करने का आग्रह किया। इस संदेर्भ मे चंदवारा प्रखण्ड में ढाब के ग्रामीणों ने लिखित आवेदन देकर बताया कि 15 से 20 वर्ष पहले हुए सर्वे में ढाब के सभी रैयतों ने आपसी सहमति से ढाब सलोनिया स्थित सर्वाजनिक व निजी जमीन पर पेड़ पौधा लगाकर जंगल तैयार कर दिया थे, जो अभी भी कायम है। जंगल लगाने से पहले ढाब के ग्रामीण ढाब सलोनिया मौजा में समस्त ढाब के ग्रामीण जोतकार थे। बताया आज तक सभी रैयत ढाब व सलोनिया के निजी व सरकारी जमीन का लगान साल दर साल आज तक दे रहे है। ढाब सलोनिया बेचिरागी मौजा होने के कारण उक्त मौजे का मालिकाना हक ढाब के समस्त ग्रामीणों को सरकार द्वारा रसीद कटवा कर दिया गया है। घना जंगल होने के कारण ग्रामीण जोत कोड नही कर रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि नई सर्वे 2017 – 18 में अपने ही ग्राम ढाब के कुछ दबंग प्रवित्ति के कुछ गिने चुने लोगों ने भूमि निबंधन कार्यालय के पदाधिकारियों व कर्मियों के मिलीभगत से अपने अपने परिवार के नाम से निबंधन करवा लिया और रात के अंधेरे में जेसीबी लगवाकर जंगल उखाड़ कर ट्रेन कटवा लिया है। कहा समस्त ग्रामीणों के जमीन को 10 से 12 परिवार के लोग 20 से 25 एकड़ के मालिक हो गए और बाकी ग्रामीण भूमिहीन हो जा रहे है। इस संदर्भ में रैयत सरयू यादव ने कहा कि अगर निबन्धित जमीन निरस्त नही हुवा तो समस्त ग्रामीण आंदोलन को मजबूर होंगे।

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