झामुमो नेता शंकर रवानी व उनकी पत्नी बालिका देवी की हत्या, एसडीपीओ ने बताया परिवारिक विवाद के कारण रिश्तेदारों ने ही मिलकर हत्या की साजिश रच दिया वारदात को अंजाम
चासनाला, जेएनएन। भौंरा के गौरखूंटी निवासी झामुमो नेता शंकर रवानी व उनकी पत्नी बालिका देवी की हत्या के छह माह बाद पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देनेवाले मुख्य शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों की हत्या पिछले वर्ष 10 अक्टूबर को चाकू गोद व गोली मारकर की गई थी। सिंदरी के एसडीपीओ अजीत कुमार सिन्हा ने सुदामडीह थाना में प्रेसवार्ता कर बताया कि हत्याकांड को लेकर सुदामडीह थाना में 10 नामजद आरोपित वरुण रवानी, विष्णु रवानी, पिंकी रवानी, अभिजीत रवानी, अमर रवानी, निशांत रवानी, तारापद रवानी, अजय रवानी, प्रकाश रवानी, दिलेश्वर रवानी व अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। गुप्त सूचना के आधार पर गिरिडीह नगर थाना के शबाना रोड, गद्दी मोहल्ला निवासी 22 वर्षीय साकिर शाकिब हुसैन को गिरिडीह में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। शाकिब ने दो लाख रुपये के बदले में घटना में शामिल होने व अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर शंकर व उनकी पत्नी की हत्या करने की बात स्वीकार की।
एसडीपीओ ने शुक्रवार को पीसी में कहा कि परिवारिक विवाद के कारण रिश्तेदारों ने ही मिलकर दोनों की हत्या की साजिश वारदात से एक सप्ताह पूर्व भौंरा में रची थी। इसके लिए गिरिडीह व स्थानीय अपराधियों को बुलाया गया था। सात लोगों ने मिलकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। सभी को दो-दो लाख रुपये यानि 14 लाख रुपये में सुपारी दी गई थी। सप्ताहभर तक अपराधियों ने शंकर रवानी की रेकी थी।
एसडीपीओ ने बताया कि उस समय रवानी परिवार के ही एक रिश्तेदार का श्राद्धकर्म हो रहा था। अपराधी उसी घर में रुके थे। हत्याकांड के चार आरोपित वरुण रवानी, विष्णु रवानी, तारापद रवानी व दिलेश्वर रवानी जेल में है। अन्य अपराधियों का नाम शाकिब ने बताया है। उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अपराधियों को रकम कैसे, किसने और कब दी, इसका खुलासा पुलिस ने नहीं किया। डीएसपी ने कहा कि जल्द ही पूरी जानकारी दी जाएगी संवाददाता तरुण कुमार साव

Copyright protected