मंडे मॉर्निंग के खबर का असर, वन विभाग एवं सरकारी जमीन का फर्जी पट्टा और फर्जीवाड़ा की जाँच प्रारम्भ
कल्याणेश्वरी। सालानपुर ब्लॉक अंतर्गत देंदुआ पंचायत के होदला मौजा स्थित लेफ्ट बैंक क्षेत्र में सरकारी वेस्टलेंड फर्जीवाड़ा कर अवैध रूप से पट्टा एवं प्लॉटिंग को लेकर सालानपुर बीएलआरओ की नेतृत्व में जाँच प्रारंभ कर दी गई है। मंगलवार को सालानपुर रेवेन्यू इंस्पेक्टर एवं सरकारी अमीन की टीम ने संदिग्ध जमीन प्लॉटों की जाँच की।
बताते चलें कि लेफ्ट बैंक हाई स्कूल के पिछले क्षेत्र से वन विभाग की जमीन हेराफेरी का मामला प्रकाश में आया था, मामले में होदला वन विभाग द्वारा वन भूमि की वास्तविक स्थिति के जाँच करने के बाद मंडे मॉर्निंग ने लेफ्ट बैंक क्षेत्र में जमीन हेराफेरी और फर्जी पट्टा के सहारे प्लाटिंग का मुद्दा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। हालांकि पूरे प्रकरण में वन विभाग की जाँच भी सवालिया निशान पर रही और ना ही किसी प्रकार की कार्यवाही की गई। हालांकि वन विभाग की सक्रियता के बाद से ही क्षेत्र के जमीन दलालों में खलबली मच गई और प्लॉटिंग के लोग सक्रिय हो गए। इधर फर्जीवाड़ा की खबर प्रकाशित होने के बाद ही लेफ्ट बैंक क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने भी मुखर होकर जमीन माफियाओं के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए आवाज़ बुलंद कर दी, और संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से क्षेत्र की पूरी जमीन वेस्टलेंड होने का दावा किया।
मामले को लेकर स्थानीय निवासी विजय सिंह ने कहा कि जब से जन्म लिया हूँ यह का पूरा क्षेत्र वेस्टलेंड और वन विभाग के नाम से जनता हूँ, फिर कैसे यहाँ की जमीन प्राइवेट में तब्दील हो गई। उन्होंने पूरे प्रकरण में कुछ सरकारी अधिकारियों एवं भू-माफियाओं की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए आंदोलन करने का भी अल्टीमेटम दिया था। इधर प्रारंभिक जाँच के बाद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग दर्जन भर से अधिक लोगों की मालिकाना की जाँच करने की बाद सामने आ रही है। जिसमें कुछ पट्टा तो कुछ को सीधा रैयत का दर्जा प्राप्त है।
रैयत और रिकॉर्ड में नाम दर्ज वाले व्यक्ति यहाँ की स्थानीय निवासी भी नहीं है। जाँच अधिकारियों ने कहा फिलहाल जमीन की वास्तविक स्थिति की जाँच कर ली गयी है। जमीन को सिर्फ प्लॉटिंग किया गया है। अभी किसी भी प्रकार की कंस्ट्रक्शन नहीं किया जा रहा है। इधर मामले को लेकर सालानपुर बीएलआरओ सुभोदीप ठेकेदार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद सभी पहलुओं की जाँच की जा रही है, जमीन खरीद बिक्री की प्रक्रिया, रैयत का रिकॉर्ड तारीख को पुरानी रिकॉर्ड के साथ मिलान किया जाएगा, मामले में दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध मुकदमा दायर कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
मामले को लेकर बताया जाता है कि एक दत्ता नामक जमीन दलाल को जमीन हड़पने, फर्जी कागजात बनाने तथा क्षेत्र में बीना मालिकाना हक वाले जमीन का खोज करने में महारथ हासिल है, पहुँच ऐसी की सरकारी जमीन को भी निजी कागजात बनवाने की गुण शामिल है। दत्ता नामक महाशय का बीएलआरओ कार्यालय से लेकर रजिस्टार कार्यालय तक पहुँच और पैठ बताई जाती है। हालांकि इसी सर्वगुण संपन्न के कारण महाशय कई बार मार भी खा चुके है।
लाव-लश्कर के साथ वन विभाग अधिकारी प्लॉट जांच के लिए पहुंचे , अचानक सक्रियता पर उठ रहे हैं सवाल

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