सुरते हाल ( प्योर बोर्रागढ़ में बनी नई नवेली छठ घाट तालाब की)
अगर विकास का यही पैमाना हैँ तो धन्य हैँ यहाँ की जनता जो की मुकदर्शक बनकर इस विकास को देख रही हैँ और चरणस्पर्श हैँ यहाँ के जनप्रतिनिधि का भी जिनकी मौन सहमति इन जैसे विकास करने वालों के लिए किसी ढाल से कम नहीं हैँ जी हाँ हम बात कर रहे हैँ प्योर बोर्रागढ़ में एकमात्र नई नवेली बनी छठ घाट के तालाब की जो की अपने अंदर एक दिन भी पानी नहीं रख सका हैँ और इस तालाब की अगर इतिहास का अवलोकन करे तो विगत 15 वर्ष पूर्व से यह तालाब बना जिसमें की सीढ़ियों का ही निर्माण हुआ तथापि अथक प्रयास के पश्चात इसी सप्ताह में यह तालाब का ढलाई का कार्य संपन्न हुआ और आज ज़ब हमारे टीम के पत्रकार इस छठ घाट का निरिक्षण करने पहुंचे तो कैमरा सब कुछ कह गया जबकि कल ही देर रात काफी बारिस हुई हैँ किन्तु तालाब की स्थिति से आप अंदाजा लगा सकते हैँ कि कैसे इस छठ के तालाब को निर्माण किया गया होगा जबकि अगर इसी को विकास कहते हैँ तो पहले भी यही हाल तालाब का था तो फिर इसको बनाने से किया फायदा हुआ ये तो जनता ही बताये या कौन हैँ जिम्मेवार इसका जो की विकास के नाम पर केवल थूक पोलिस करते हैँ और छोड़ देते हैँ ये बोलकर की कोई कुछ नहीं बोलेगा तो एक बात तो यहाँ यह साफ हो जाती हैँ कि अगर ऐसे ही विकास होती हैँ तो इस विकास का किया फायदा????????

Copyright protected

