शोक में बंद हुआ रानीगंज बड़ा बाजार
रानीगंज -झन्टू रॉय (बूढ़ा दा) का शव आते ही रानीगंज शहर का बड़ा बाजार में शोक की लहर दौड़ गई, बड़ा बाजार बंद हो गया, सभी के जुबान पर एक ही बात थी दुख- सुख के साथी थे बुढादा. ज्ञात हो कि रानीगंज ज्वैलर्स में बुधवार को हुए डकैती के दौरान डकैतों को पकड़ने के क्रम में भवेंद्र राय (झन्टू रॉय) को डकैतों ने गोली मार दी थी. जिससे उसकी मौत इलाज के दौरान गुरुवार की शाम को हो गई. शुक्रवार की संध्या उसके शव को रानीगंज लाया गया. जहाँ भारी संख्या में बड़ा बाजार के व्यापारी उपस्थित थे. मृतक राय की शव यात्रा में रानीगंज के विधायक रुनु दत्ता, अनूप मित्रा, पार्षद सीमा सिंह, मेयर इन काउंसिल सदस्य स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी दिवेन्दू भगत, टीएमसी संगठन के रानीगंज टाउन अध्यक्ष आलोक बोस, समाजसेवी ओमप्रकाश बाजोरिया, अनिल लोहारू वाला, लालू राखित, मारवाड़ी युवा मंच के सचिव विकास मारोदिया ने मृतक के शव पर माल्यार्पण उन्हें श्रद्धांजलि दी. स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक ने डकैतों को पकड़ने का प्रयास किया था जिसे डकैतों ने उसे गोली मार दी थी. मृतक अविवाहित था एवं बड़ा बाजार में छोटी सी कपड़े की दुकान चलाता था. उसके परिवार में उसकी अविवाहित एक बहन और भाई है. मृतक की बहन अनुराधा राय ने कहा कि बूढ़ा दा ने अपना विवाह तो नहीं किया लेकिन हम लोगों के प्रति उसका दर्द हमेशा रहा और यथासंभव हम लोगों को मदद किया करते थे. एक छोटा सा रेडीमेड कपड़े का दुकान के माध्यम से अपना संसार चलाते थे. हम लोगों का एक ही सहारा था मेरा भाई. स्थानीय युवक अनूप सराफ ने बताया कि बूढ़ा दा लोगों के बीच काफी लोकप्रिय रहे थे और हमेशा हम लोगों ने देखा है जब कभी भी आसपास में किसी को दुख- सुख होता था तो वह उसका साथ देता था. कल भी हुआ हिम्मत के साथ डकैतों को पकड़ने का प्रयास किया और खुद दुनिया से हमलोगों को छोड़कर चला गया. सूत्रों के मुताबिक रानीगंज के बाजार के लंबू गली से डाका डालकर जब अपराधी भाग रहा था उस दरमियान मृतक बूढ़ा दा ने उसे पकड़ लिया था. लेकिन पीछे से एक अपराधी ने उस पर गोली चला दी और सर पर गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल होकर घटनास्थल पर ही गिर पड़ा लोग उन्हें उठाकर अस्पताल ले गए जहाँ उनकी मौत आज हो गई.
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