बरकत और इबादत वाली त्यौहार शब-ए-बारात पूरे चौपारण में अकीदत के साथ मनाई गई
चौपारण प्रखण्ड में शब-ए-बारात, बरकातो की रात मुसलमानो का इबादत वाली त्यौहार पूरे चौपारण प्रखंड में अकीदत के साथ मनाई गई। शब-ए-बारात के मौके पर कमलवार सहित अन्य इलाकों के मस्जिदों, कब्रिस्तान और दरगाह सज-धजकर इबादत गुजार लोगो के लिए तैयार दिखा। शब-ए-बारात की रात इबादत गुजार नमाज नफिल और तस्वीहात की रट लगाकर अल्लाह को राजी करने ने लगे रहे। शब-ए-बारात की शाम कमलवार में अजीमुसान जलसे का आयोजन हुआ। जिसमें खुसुसी खिताब हजरत हाफिजे कारी अलहाज मोहम्मद कल्लीमुद्दीन नूरी, खातीबुबो मदीने महसजिद बहारी और हजरत मौलाना कौशर अली जलसा में तसरीफ लाए। प्रोग्राम संचालक मुशर्रफ अली, सदर मोहम्मद अफजल, सेक्रेटरी मोहम्मद सलीम ने जलसा आयोजन करवाया। जलसे में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे, जहां एक से बड़कर एक नातशरिफ पेश की गई एवं तकरीर के जरिए लोगों तक इबादत की जानकारी पहुंचाई गई। जिसमे नातखां मोनिसुर रहमान ने फूलो की महक गुलजारो का भला कौन लगाए अंदाजा, तायबा की गली में बहारो का भला कौन लगाए अंदाजा नातशरीफ पढ़कर जलसे का आगाज किया।
धान अगर घर में रहता है तो धान रहता है वही जब मिट्टी में मिल जाता है तो पौधा बन जाता है -मुबारक अंजुम
इसके बाद मस्जिद के खतीबो इमाम मुबारक अंजुम, नही कोई जमाने में हमारा या रसूल अल्लाह, तुम्हारे है तुम्हारा है सहारा या रसूल अल्लाह, नातशरीफ पढ़कर महफिल में बैठे लोगो को झुमाया।
जलसा में मो० साजिद हुसैन, मोहम्मद हुसैन, मो० बेलाल, मो० सरफराज, मो० सद्दाम, मो० मुस्तकीम, मो० अयूब, मो० समसुद्दीन, मो० शराफत, मो० ईसरेल, मो० इकबाल, मो० आफताब, मो० मजाज, मो० राकिब, मो० करीम, मो० अलताफ, मो० मेहरबान, अब्दुल रजाक, मो० अब्बास, मो० कौशर, मो० गुलबहार सहित पूरे कमेटी लोग मौजूद थे।

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