संजीव सिंह के बरी होते ही झरिया विधायक रागिनी सिंह के चेहरे पर जीत की खुशी
जब भी कोई दो लोग लड़ाई करते हैँ तो एक दूसरे से अक्सर कहते हैँ कि आई विल सी यू इन कोर्ट दिन 21 मार्च 2017 की शाम अचानक धनबाद की सड़कों को गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला दिया गया था और सरेआम हुई अंधाधुंध गोलीबारी में नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या हुई थी।इस मामले में लंबे समय से राजनीति और अपराध के गठजोड़ का वाद विवाद चला आ रहा था इस मामले में अदालत का फैसला आया और ये न केवल न्याय की जीत है, बल्कि यह भी स्पष्ट संदेश है कि अपराध चाहे कितना ही चर्चित क्यों न हो, कानून की तराजू में सबको समान रुप से देखा और सुना जाता है यह मामला वर्षों से धनबाद की राजनीति और अपराध जगत में चर्चा का केंद्र बना रहा।वहीँ अदालत में गवाहों के बयान, सबूतों की पेशी और जिरह के सिलसिले ने पूरे आठ साल तक न्याय के तराजू को संतुलित बनाये रखा। तथापि न्याय के पलड़े में सच भारी पड़ा।
वहीं कोर्ट का फैसला आने के बाद नीरज सिंह के भाई अभिषेक सिंह ने कहा फैसले की कॉपी मिलने के बाद हाई कोर्ट में इस आदेश को चुनौती देंगे। वहीं फैसला आने के बाद संजीव सिंह के समर्थक कोर्ट रोड में खुशी मनाते हुए नजर आए।जिसकी एक बानगी झरिया की विधायक रागिनी सिंह के चेहरे पर स्पष्ट रुप से देखी जा सकती हैँ वहीँ अदालत का फैसला आने के बाद झरिया विधायक ने अपने समर्थको के साथ जमकर जश्न मनाया

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