सड़क हादसे में महिला अधिवक्ता नेहा वर्मा की हुई मौत
झरिया के दुःखहरनी मोड़ के पास सड़क हादसे में महिला अधिवक्ता की मौत हो गई और पति घायल हो गया
पाँच लाख मुआवजा देने पर बनी सहमति मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया,
धनबाद – झरिया के दुःखहरणी मोड़ के समीप बी सी सी एल का पेलोडर की चपेट में आने से बाइक सवार महिला अधिवक्ता नेहा वर्मा की मौत हो गयी जबकि पति घायल हो गए.वहीँ आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जताया. मृतका कोर्ट से पति के साथ डिगवाडीह अपने घर को लौट रही थीं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार धनबाद मुख्य मार्ग कतरास मोड़ के दुःखहरनी स्थित पुल के पास बी सी सी एल पेलोडर संख्या (जेएच10एएफ-7252) की चपेट में आकर बाइक सवार महिला अधिवक्ता नेहा वर्मा,38 वर्ष की घटनास्थल पर मौत हो गयी. वहीँ बाइक चला रहे नेहा वर्मा के पति श्यामसुंदर वर्मा सड़क हादसे में घायल हो गये. झरिया पुलिस ने पेलोडर को जब्त कर लिया और चालक को हिरासत में ले लिया. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर मार्ग को जाम कर दिया. सूचना पाकर धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सहाय, सचिव जीतेंद्र सिंह, पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी, धनबाद पुराना बाजार चेंबर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष अजय लाल नारायण सहित कई अधिवक्ता वहां पहुंचे. वे मृतका के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे. अधिवक्ताओं ने झरिया पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मुआवजे की मांग पर अड़े अधिवक्ता,झरिया थानेदार शशिरंजन कुमार ने अधिवक्ताओं से बातचीत की.जबकि अधिवक्ता बीसीसीएल सीएमडी को बुलाकर मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे. अधिवक्ताओं ने साफ तौर पर कहा कि जब-तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक शव उठने नहीं दिया जायेगा. जमसं के महामंत्री सिद्धार्थ गौतम पहुंचे और बस्ताकोला महाप्रबंधक अनिल कुमार सिन्हा से दूरभाष पर बातचीत की. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि भेजकर मुआवजा के मुद्दे पर वार्ता करें. झरिया के थानेदार शशिरंजन ने कहा कि चालक से पूछताछ की जा रही है. बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.मृतका सोमवार को कोर्ट का काम खत्म करने के बाद अपने पति के साथ डिगवाडीह गुरुद्वारा स्थित सीआरओ कॉलोनी लौट रही थीं. उसी दौरान विक्ट्री कोलियरी से जेएच10एएफ 7252 नंबर का बीसीसीएल का पेलोडर लेकर चालक भोला चौहान बोर्रागढ़ साइडिंग जा रहा था. उसी दौरान बाइक पेलोडर की चपेट में कतरास मोड़ के पास आ गयी.
तीन बच्चों की मां थीं अधिवक्ता
महिला अधिवक्ता दो पुत्री माही कुमारी और तान्या कुमारी और एक पुत्र आयुष की मां थीं. सूचना पाकर तीनों बच्चे घटनास्थल पहुंचे. बच्चे पिता से लिपटकर रोने लगे. मां का शव सड़क पर देख दहाड़ मार कर रोते रहे. इनके चीत्कार से लोगों की आंखें भी नम हो गयीं.
बेटी तान्या यह कहकर बार-बार बेहोश हो रही थी कि मां ने उसे फोन कर कहा था कि वे कोर्ट से निकल गयी हैं. खाना घर आकर खायेंगी. मां के लिए खाना भी रख दिया था. इतना कह कर वह बेहोश हो जा रही थी. गांधी रोड धनसार और सिंदरी से घटनास्थल पहुंचे अन्य परिजन बच्चों को ढाढ़स बंधाने में जुटे थे.बहरहाल दुर्घटना जैसे भी हुआ बात ये नहीं हैँ बात हैँ कि तीन बच्चों के सर से एक माँ का प्यार खो गया अब वे बच्चे खुद को कैसे संभालेंगे ये एक गंभीर विषय हैँ और बी सी सी एल प्रबंधक पहले अपने सभी ड्राइवरों का गहन पुर्वक जाँच कराये तो कितने ड्राइवर अनफिट हो जाएंगे और तो और ये हाइवा के नौशीखिये ड्राइवर पर भी जिला प्रशासन और पुलिस ध्यान दे इनके पास भी हेवी लइसेंस बोलकर कुछ भी नहीं हैँ इन सबों की अवश्य जाँच होनी चाहिए अन्यथा कोई और नेहा वर्मा असमय ही काल के गाल में समा जायेगी
संवाददाता – चेतनारायण कुमार
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