अच्छा स्वास्थ्य सब से बड़ा धन है-मो.यासीन
पुरुलिया -नैगम सामाजिक दायित्व रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन एवं आरटीपीएस हॉस्पिटल के तत्वावधान में नेतुरिया प्रखंड के हंसपाथेर ग्राम के प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में महिलाओं बच्चों एवं ग्रामीणों को डायरिया के प्रति जागरूक करने का प्रयास नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत किया गया. कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन के मुख्य अभियंता सह परियोजना प्रधान मोoयासीन के द्वारा किया गया. श्री यासीन ने ग्रामीणों को अपने स्वास्थ्य एवं सफाई पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि अच्छा स्वास्थ्य सब से बड़ा धन है, हमें इसकी रक्षा करनी चाहिए और अपने आस-पास सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए. माइथॉन ब्लड डोनर एसोसिएशन के बैनर तले चंडी चरण चक्रबर्ती की अगुवाई में नुक्कड़ नाटक दल ने पहले स्वास्थ्य गान द्वारा डायरिया एवं अन्य रोगों के बारे में बताया, फिर मूक अभिनय एवं नाटक के माध्यम से अनेक सामाजिक कुरीतियों जैसे बाल विवाह, नशाखोरी, सांप काटने पर ओझा के पास जाने इत्यदि पर प्रकाश डाला एवं इन कुरीतियों से बचने के लिए जागरूक करने का प्रयास किया गया. साफ पानी के लिए चापाकल एवं पाइप लाइन द्वारा पानी, तथा तालाब का उपयोग नहाने, पिने का पानी एवं कपड़ों को धोने के लिए न करने की सलाह दी गयी. मौके पर उपस्थित नैगम सामाजिक दायित्व के उप प्रबंधक मोoशमीम अहमद ने लोगों से अपील कीये कि हम अपने घर, गली, मोहल्ला एवं परिवेश को साफ-सुथरा रखे ताकि अनेक बिमारियों से बचा जा सके, 16 से 31 मई 2018 को देश व्यापी स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत डीवीसी अपने प्लांट परिसर एवं ग्रामो की स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है, इसी क्रम में गन्दा जल एवं मल से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करने के लिए मौके पर आरटीपीएस हॉस्पिटल के एमओआईसी डॉ. शुभाशीष विश्वास, डॉ.तनमय कर्मकार ने भी गन्दगी से फैलने वाले रोग एवं डायरिया तथा सर्पदंश पर क्या-क्या उपचार करना चाहिए, किन चीजों से बचना चाहिए, के बारे में लोगों को जागरूक किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में उप प्रबंधक मोहम्मद शमीम अहमद ने अहम् भूमिका निभाई. मौके पर उप मुख्य अभियंता (असैनिक) देबाशीष देब, भलदूबी ग्राम के श्री मंजुरा,फार्मासिस्ट पिनाकी धवल और करीब 200 से ज्यादा ग्रामीण मुख्य रूप से महिलाएँ एवं बच्चे मौजूद थे. कार्यक्रम के अंत में सभी महिलाओं से डायरिया जागरूकता कार्यक्रम, नाटक के द्वारा बताई गयी बातो के बारे में प्रश्न उत्तर किया गया एवं सटीक जवाब देने वाले ग्रामीणों को पुरष्कृत भी किया गया. साथ ही ग्रामीणों में दो सौ पैकेट ओआरएस वितरण किया गया. जिसका उपयोग दस्त जैसी समस्याओं के समय में किया जा सके. ग्रामीणों में स्वस्छता सन्देश एवं स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की अपील के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.
अपने आस-पास की ताजा खबर हमें देने के लिए यहाँ क्लिक करें
Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View