प्रयाप्त वर्षा नही होने के कारण मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर में कमी
कल्यानेश्वरी। मैथन और पंचेत डैम के ऊपरी क्षेत्रों में उम्मीद से कम वर्षा होने के कारण दोनों डैम की जलस्तर जुलाई माह में भी खाली पड़ा हुआ है।
वही पर्याप्त वर्षा नही होने के कारण क्षेत्र की
दर्जनों तालाब, कुआं सूखा पड़ा हैं।
वही मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर काफी कम हो गया है।
जिससे डैम की आकृति नदी, तालाब के जैसा हो गया है। मैथन डैम का जलस्तर लगभग 462 फीट है।
जबकि पंचेत डैम का जलस्तर लगभग 400 फीट है। हालांकि मैथन डैम एवं पंचेत डैम का जलस्तर कम होने से भी तत्काल पानी की कोई दिक्कत नहीं है।
लेकिन इसी तरह का मौसम रहा तो आने वाले दिनों में दिक्कत की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल पानी की कोई दिक्कत नहीं है। पिछले साल की मुताबिक इस वर्ष डैम का जलस्तर ज्यादा है।
इस वर्ष जून माह में मैथन डैम का जलस्तर 462.43 फीट था जबकि पिछले साल जून माह को मैथन डैम का जलस्तर 454.4 फीट था।
जो पिछले साल के अनुसार करीब आठ फीट पानी ज्यादा है। वहीं पंचेत डैम में जून माह में 400.8 फीट जलस्तर रहा जबकि पिछले साल जून माह में पचेत डैम का जलस्तर 401.01 था।
जून माह की बात करें तो भीषण गर्मी से लोगों को रहना तो दुभर हो गया था। हालांकि जुलाई माह में हल्की बूंदाबांदी से गर्मी से कुछ राहत मिली किन्तु नदी, तालाब, कुंआ के साथ-साथ डैम का भी जलस्तर अभी भी काफी कम है।
जिसके कारण लोगों में मौषम को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। सूत्रों की माने तो पानी की समश्या और गंभीरता को देखते हुए केन्द्रीय जल आयोग एवं डीवीसी अधिकारियों में समय-समय पर इस विषय पर चर्चा होती रहती है।
हालांकि उन लोगों का भी कहना है कि अभी तत्काल पानी की कोई कमी नहीं है। डीवीसी के पीआरओ संजय प्रियदर्शी ने कहा कि मैथन एवं पंचेत डैम में पर्याप्त पानी है।
तत्काल पानी की कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार भरपूर मात्रा में पानी है।
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