गर्भवती महिला को साँप ने काटा, हालत गंभीर
कल्यानेश्वरी। मैथन डैम मजूमदार निवास के निकट चाय नास्ता का दुकान संचालन करने वाले संभु देवनाथ की लगभग 32 वर्षिय पत्नी पूर्णिमा देवनाथ को रविवार की देर रात्रि कॉमन करैत(चित्ती) साँप ने काट लिया, घटना के बाद आनन-फानन में सोमवार की तड़के सुबह उन्हें आसनसोल स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
घटना के संदर्भ में पूर्णिमा देबनाथ के पति संभु देवनाथ ने बताया रात को लगभग 1 बजे भारी बारिश से साथ बिजली कड़क रही थी, जिसके कारण घर का सभी लाइट बंद कर पूर्णिमा मच्छरदानी लगाकर सोने चली गयी, सोने के लगभग आधे घंटे बाद उन्हें कुछ काटने जैसा महसूस हुआ, लाइट जलाकर देखा तो चित्ती साँप काटकर आराम से बिस्तर पर सो रहा था, उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती है ऐसे में दोनों प्राणों पर आफत एक साथ आफत आ गई है।
वहीं मामले को लेकर जिला अस्पताल सूत्रों ने बताया हालात फ़िलहाल स्थिर है, मरीज़ को आईसीयू में रखा गया है, फ़िलहाल 72 घंटे के बाद की कुछ कह जा सकता है। वही घटना के बाद क्षेत्र में डर और भय का माहौल बना हुआ है।
कॉमन करैत,(चित्ती साँप) जिसे वैज्ञानिक रूप से “बंगारस कैर्यूलस” के नाम से जाना जाता है, कॉमन करैत में जहर मुख्य रूप से न्यूरोटॉक्सिक प्रकृति का होता है। इसका मतलब यह है कि जहर मुख्य रूप से नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। कॉमन करैत के जहर में विषाक्त पदार्थ होते हैं जो तंत्रिका संकेतों के संचरण में बाधा डाल सकते हैं, जिससे पक्षाघात हो सकता है। इस सांप का काटना संभावित रूप से जीवन के लिए खतरा हो सकता है और इसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। न्यूरोटॉक्सिक प्रभाव के परिणामस्वरूप श्वसन विफलता हो सकती है, जिससे जहर के प्रभाव का प्रतिकार करने के लिए एंटीवेनम प्रशासन सहित शीघ्र उपचार की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल दिया जाता है। यदि किसी को कॉमन करैत ने काट लिया है, तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक होता है।

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