प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची के खूँटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा का आगाज व आदिवासी जनजातीय न्याय महाअभियान के तहत पचास हजार करोड़ रूपये की सौगात झारखण्ड को देकर इस महायोजना को नई दिशा दी
झारखंड – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखण्ड के खूँटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा का आगाज ऊँचास हजार करोड़ रूपये की भारी भरकम रकम देकर शुरुआत किया,वही PM जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान की शुरूआत भी की उन्होंने आठ करोड़ लाभार्थियों के लिए PM किसान निधि की 15वीं किस्त भी जारी किया
आदिवासी जनजातीय गौरव दिवस व भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 49 हजार करोड़ की जनजातीय कल्याण एवं विकास परियोजनाओं की सौगात झारखण्ड प्रदेश को दी,22 हजार गांवों के आदिवासियों पर खर्च होंगे 24 हजार करोड़ साथ ही
कर्ज चुकाने आया हूं जैसी बातें मोदी जी ने अपने सम्बोधन में दुहराया वहीँ विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि PM जनमन योजना के तहत सबसे पिछड़े आदिवासियों तक सरकार पहुंचने वाली है, जिन्हें अब तक नजर अंदाज किया गया।उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प का एक प्रमुख आधार है। PM जनमन यानी PM जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान। उन्होंने कहा कि मोदी हिम्मत करके निकला है, आदिवासी न्याय अभिमान लेकर।आजादी के बाद कई दशकों तक आदिवासी समाज को नजरअंदाज किया गया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया और बजट दिया। हमारी सरकार के दौरान अब आदिवासी कल्याण का बजट पहले के मुकाबले काफी बढ़ चुका है।झारखंड में खूंटी से PM मोदी ने किया विकसित भारत संकल्प यात्रा का आगाज
22 हजार गांवों के आदिवासियों पर खर्च होंगे 24 हजार करोड़
प्रधानमंत्री ने कहा कि PM जनमन के तहत सरकार उन आदिवासी भाई-बहनों तक पहुंचेगी, जिन तक अभी नहीं पहुंचा गया है। ये वे जनजातीय समूह हैं, जिनमें से अधिकतर लोग अब भी जंगलों में रहने को मजबूर है।उन्होंने कहा कि ये लोग रेल को देखने की बात छोड़ो, उसकी आवाज भी नहीं सुनी है। देश के 22 हजार से ज्यादा गांवों में रह रहे ऐसे 75 जनजातीय समुदाय की पहचान सरकार ने की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी आदिवासियों को सुविधाएं नहीं मिली।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि आजादी के बाद ऐसे वीरों के साथ न्याय नहीं हुआ। मुझे संतोष है कि आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव के दौरान हमने ऐसे वीरों को याद किया।झारखंड आना मुझे पुरानी यादों को ताजा करने का अवसर देता है। आयुष्मान योजना की शुरुआत झारखंड से ही की थी। आज झारखंड की पावन भूमि से एक नहीं बल्कि दो ऐतिहासिक अभियानों शुरुआत होने जा रही है। विकसित भारत यात्रा, सेचुरेशन सरकार के लक्ष्यों को प्राप्त करने का सशक्त माध्यम बनेगी। PM जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान से आदिवासियों के साथ न्याय हो सकेगा।कर्ज चुकाने आया हूं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैंने समाज के आखिरी व्यक्ति तक का नमक खाया है। और मैं आज भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर वह कर्ज चुकाने आया हूं। उन्होंने कहा कि देश के 18,000 गांव ऐसे थे जहां बिजली आज तक नहीं पहुंची थी।उन्हें अंधेरे में जीने के लिए छोड़ दिया गया था। क्योंकि, वहां बिजली पहुंचाने के लिए कई तरह की मुश्किलें थी। और अंत में मोदी ने कहा कि मक्खन पर लकीर तो सभी खींचते हैं लेकिन हम पत्थर पर लकीर खींचने में लगे हैं।अगर नरेंद्र मोदी के रोड शो कार्यक्रम को छोड़ दिया जाए तो झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साये के साथ प्रधानमंत्री मोदी के साथ नजर आए फिर चाहें उनके स्वागत का कार्यक्रम रहा हो या उनके साथ दो दिवसीय दौरे में कहीं भी जाने का रहा हो वहीँ प्रधानमंत्री के झारखण्ड दो दिवसीय का कार्यक्रम काफी सफल माना जा रहा हैँ

Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें

Quick View