छठ महापर्व के बीच कुल्टी में ‘लापता सांसद’ के पोस्टर, टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर गरमाई सियासत
आसनसोल/कुल्टी: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर आसनसोल की सियासत एकाएक गरमा गई है। कुल्टी विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख छठ घाटों से लेकर कुलटी रेलवे स्टेशन और बराकर बस स्टॉप जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के ‘गुमशुदा’ और ‘लापता’ होने के पोस्टर लगाए गए हैं।
इन पोस्टरों में सांसद की फोटो के साथ लिखा गया है कि वे अपने संसदीय क्षेत्र से गायब हैं। हालांकि, ये पोस्टर किसने लगाए, इसकी आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन इन पोस्टरों में निवेदक के तौर पर “आसनसोल की जनता” लिखा हुआ है, जिसने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे दिया है।
भाजपा विधायक का तीखा हमला: ‘प्रवासी सांसद’ का आरोप
इस पोस्टरबाजी के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टीएमसी और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पर तीखा हमला बोला है। आसनसोल दक्षिण की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने इस घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
विधायक पॉल ने कहा कि आसनसोल में दुर्गा पूजा, दीवाली और काली पूजा जैसे सभी त्योहारों को बड़े धूमधाम से मनाया गया और अब लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “इस समय आसनसोल में रह रहे तमाम छठ व्रतियों के रिश्तेदार और सगे-संबंधी बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश से यहाँ आए हुए हैं, लेकिन यहाँ के सांसद ही यहाँ मौजूद नहीं हैं। वह खुद ‘निखोज’ (लापता) हैं।”
दुर्गापुर की घटना का हवाला
अग्निमित्रा पॉल ने दुर्गापुर की हालिया घटना का भी उल्लेख किया, जहाँ एक मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ कथित बलात्कार की घटना हुई थी। उन्होंने कहा कि उस दुख की घड़ी में भी यहाँ के सांसद (आसनसोल लोकसभा) अपने संसदीय क्षेत्र की जनता के साथ खड़े नहीं थे।
ममता बनर्जी पर ‘बाहरी’ की राजनीति का पलटवार
भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘बाहरी’ की राजनीति पर भी पलटवार किया। पॉल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हम लोगों को ‘प्रवासी सांसद’ दिए हैं, ठीक उसी तरह जैसे प्रवासी मजदूर होते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक तरफ हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘बाहरी’ बोलती हैं, वहीं दूसरी तरफ वह अपनी पार्टी के अंदर यह भूल जाती हैं कि उनकी पार्टी में कौन बाहरी है और कौन भीतरी।
पोस्टर लगाने वाले अज्ञात हैं, लेकिन छठ जैसे बड़े त्योहार के मौके पर आसनसोल के सांसद का क्षेत्र में मौजूद न होना, अब राजनीतिक बहस का मुख्य केंद्र बन गया है, जिसने टीएमसी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है।

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