भीम आर्मी ने कोयलाञ्चल के गरीब व बेरोजगार युवाओं को अपराध के दलदल में धकेले जाने पर जाहिर की चिन्ता
लोयाबाद। भीम आर्मी ने कोयलाञ्चल के गरीब व बेरोजगार युवाओं को अपराध के दलदल में धकेले जाने पर चिन्ता जाहिर की है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से ट्वीट एवं पत्र लिखकर युवाओं बचाने की मांग की है। ट्वीट के बाद मामले में झारखण्ड पुलिस संज्ञान लेते हुए धनबाद पुलिस से कार्यवाही करने को कहा है। भीम आर्मी के नेशनल कॉर्डिनेटर बिरेन्द्र पासवान लिखें पत्र में कहा कि गरीब बेरोजगार युवा रोजगार की तलाश में नेताओं की कठपुतली बनता जा रहा।
नेताओं द्वारा रोजगार के बदले युवाओं को हाथों में हथियार थमाया जा रहा है। ऐसा मामला धनबाद के कोलियरियों में देखने को हमेशा मिल जाती है। सोमवार को सिजुआ क्षेत्र के निचितपुर कोलियरी में नेताओं व राजनीतिक दल द्वारा वर्चस्व स्थापित करने के लिए कोयला खनन स्थल पर धुँवाधार फायरिंग व बम बरसाए गए। दोनों ओर से युवाओं के हाथों में हथियार चमक रहा था। करीब 20 लोगों पर केस भी हुआ। सभी जेल भी भेजे दिए गए। आर्म्स एवं गोली बम चलाने का आरोपी बनाया गया। यानि सजा भी मुमकिन है। कुल मिलाकर इन युवाओं का भविष्य बर्बाद हो गई। लेकिन इन्हें अपराध के दुनिया में धकेलने नेताओं पर किसी तरह केस नहीं हुआ। वह साफ बचकर निकल गए। जैसे मानो इस प्रकरण से नेताओं का दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है।
सब कुछ जानकर भी बड़े अधिकारी भी इन नेताओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर पाते हैं। युवाओं के भविष्य के साथ ऐसी गम्भीर अपराध करने वाले नेता को कोई सजा नहीं मिलती है।जबकि पूरी चक्रव्यूह इन नेताओं की ही रची रहती है। इतना ही नहीं नेता जब कम्पनियों पर इन्हीं युवाओं के बदौलत दबाव बनाने सफल हो जाते हैं फिर भी इन युवाओं को रोजगार नहीं मिलता,और नेता फिर दूसरे लोगों को 70 से 80 हजार रकम की रिश्वतखोरी कर अपनी झोली भर लेते हैं।
ये सिलसिला करीब आठ से सालों से चली आ रही है। भीम आर्मी ने इसे गम्भीर विषय बताते हुए जाँच और कार्यवाही के साथ इस मसले पर लगाम लगाने की मांग की है। हथियार थमाने वाले राजनेताओं के ऊपर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही मांग कि है ताकि भविष्य में युवाओं को गड्ढे में धकेलने से पहले राजनीति करने वाले लोग हजार बार सोचें।ठोस कदम उठाने का कार्य करने की मांग कि है। जिससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रह सके।

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