पुलिस टीम की सतर्कता से पवन प्रजापति का आत्मदाह कार्यक्रम हुआ विफल
पुलिस टीम की तत्परता से पूर्व मेला संचालक पवन प्रजापति का आत्मदाह हुआ विफल
झरिया – डिगवाडीह सर्कस मैदान में आयोजित गणेश पूजा महोत्सव धनबाद कोयलांचल समेत पुरे झारखण्ड में चर्चित है, किन्तु प्रति वर्ष गणेश पूजा एवम भव्य मेला के संचालन को लेकर हमेशा वाद विवाद होता रहा हैँ वहीँ इस साल भी गणेश पूजा महोत्सव का विवाद इतना पेचीदा हो गया हैँ कि मामला आत्मदाह करने तक की आ गई हैँ इसी मामले में आज शनिवार को डिगवाडीह सर्कस मैदान में चल रही गणेश पूजा महोत्सव के दौरान उस वक़्त अफरा तफरी का माहौल बन गया, जब पूर्व मेला संचालक पवन प्रजापति ने पूजा कमिटी के कुछ पदाधिकारियों पर मेला लगाने के एवज में 5 लाख रुपया लेकर उसे मेला नही लगाने देने तथा धोखाधड़ी कर उससे लाखों रुपया ठगी करने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से मेला संचालन पर रोक लगाने की मांग की थी और अपने पत्नी तथा बच्चे के साथ आत्मदाह करने पहुंच गया। पवन अपने पत्नी तथा बच्चे के साथ निर्धारित समय पर मेला स्थल के समीप आत्मदाह करने के लिए ऑटो से पहुंचा ही था की तभी जोरापोखर थाना की पुलिस ने प्रजापति को जबरन हिरासत में लेकर प्रजापति को आत्मदाह करने की मंशा को विफल कर दिया जबकि जोड़ापोखर थाना में पुलिस की टीम पवन से पूछताछ कर रही है। वहीँ आत्मदाह की सुचना को लेकर जोड़ापोखर पुलिस आज सुबह से ही सतर्क थी।थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा ने गणेश मैदान के समीप पुलिसबल को यूनिफार्म एवम सादे लिबास में अग्निशमन विभाग के दमकल के साथ गणेश मेला के समीप तैनात कर दिया था जिसका परिणाम यह हुआ कि पवन प्रजापति का आत्मदाह विफल हो गया अन्यथा एक बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था,
…….
विवाद को लेकर पूजा कमिटी ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस
पुलिस द्वारा पवन के हिरासत में लिए जाने के तुरंत बाद पूजा कमिटी के पदाधिकारियों के द्वारा प्रेस कांफ्रेस किया गया। इस दौरान मेला कमिटी के सह सचिव दिनेश यादव ने कहा की पवन प्रजापति द्वारा लगातार तीन वर्षो तक मेला का संचालन किया गया, परन्तु पिछले वर्ष पवन द्वारा फर्जीवाड़ा कर मेला का रकम हड़प लिया तथा उसके दिए गए रकम का चेक भी बाउंस हो चूका है, जिसका केश भी चल रहा है। इसी कारण से इस वर्ष राकेश गोस्वामी को मेला लगाने दिया गया है। पवन ने जितने भी आरोप कमिटी पर लगाया है, वो निराधार है। कमिटी द्वारा पवन के मामले को लेकर जोड़ापोखर थाना में लिखित शियाकत किया है। मेला की एनओसी के सवाल पर दिनेश यादव ने कहा कि जमीन विवाद अशोक दत्ता तथा बिनोद मरांडी के बीच है, यह न्यायिक मामला है। पूजा कमिटी 15 दिन के लिए मेला लगाता है, जिसके लिए दोनों पक्षों से मेला लगाने का एनओसी ली जा चुकी है। जमीन विवाद से मेला कमिटी का कोई लेना देना है।
वही जमीन मालिक बिनोद मरांडी ने कहा की जिस जगह पर मेला लगा हुआ है, वह हमारा रैयती जमीन है, जो भी इल्जाम पवन द्वारा लगाया जा रहा है वो बेबुनियाद है। मेला लगाने को लेकर पवन द्वारा फर्जी एग्रीमेंट का कागजात दिखाया जा रहा है। किसी भी तरह का एग्रीमेंट नहीं किया गया है। बिनोद मरांडी द्वारा फर्जी एग्रीमेंट को लेकर पवन के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की बात भी कही गई। मौके पर पूजा कमिटी के अध्यक्ष जगजीवन राम, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ एम के ठाकुर, सचिव मोहन यादव, सह सचिव दिनेश यादव, कोषाध्यक्ष उज्जवल मंडल, मातु पाण्डेय, गोगा पाण्डेय आदि थे।
जोड़ापोखर थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा ने कहा हैँ कि पवन प्रजापति द्वारा आत्मदाह की कोशिश करने पर नए कानून की तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 226 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर क़ानूनी कार्यवाई की जाएगी। नए कानून में एक वर्ष की सजा था जुर्माना का प्रविधान है।
……
क्या है मामला ……..डिगवाडीह सर्कस मैदान स्थित गणेश महोत्सव में पिछले तीन वर्षो से मेला लगाने का कार्य पवन प्रजापति द्वारा किया जा रहा है। पूजा कमिटी इस बार मेला संचालन पवन प्रजापति को न देकर राकेश गोस्वामी को दे दिया। इसी बात को लेकर पवन तथा पूजा कमिटी में विवाद इतना गहरा गया की आत्मदाह की नौबत तक आ गई। पवन का कहना है कि मेला लगाने को लेकर पूजा कमिटी को बतौर एग्रीमेंट पांच लाख रूपये जमीन मालिक एवम पूजा कमिटी के कुछ पदाधिकारियों को दिया था, ताकि 2031 तक बिना विवाद के सुनियोजित ढंग से मेला लगाया जा सके। वही पूजा कमिटी ने कहा कि इस तरह का कोई एग्रीमेंट पवन के साथ नहीं किया गया है। पवन द्वारा पिछली बार का भुगतान भी नही करने पर मेला का संचालन राकेश गोस्वामी को दिया गया। दोनों एक दुसरे पर पैसे हडपने का आरोप लगा रहा है वहीँ पुरे मामले को लेकर जोड़ापोखर पुलिस अपनी अनुसन्धान में जुटी हुई हैँ
संवाददाता – शमीम हुसैन
Copyright protected