नौकरी छोड़ डेयरी फार्म से भविष्य तराश रहे हैं मो0 सैफ
मन में कुछ करने का जज्बा हो तो सफलता जरूर मिलती है । उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद अधिकांश युवा कोई छोटा काम करने से हिचकिचाते हैं । उन्हें अच्छे जॉब की तलाश रहती है। वहीं माधुपुर भेरवा मोहल्ला के पोस्ट ग्रेजुएट युवक मोहम्मद सैफ ने डेयरी फार्म खोल कर मिसाल कायम की है ।
डेयरी फार्म से तराशा भविष्य
मोहम्मद सैफ 7 साल से भेरवा में डेयरी फार्म खोल कर इलाके में श्वेत क्रांति की नींव रखी है । मोहम्मद सैफ एसकेएम विश्वविद्यालय दुमका से इतिहास में एमए पास है । बचपन से ही उन्हें पशुओं के प्रति काफी लगाव रहा है ।यही वजह है कि डेयरी फॉर्म में ही अपना भविष्य उन्होंने तलाशा। इससे स्वरोजगार का अवसर भी बन रहा है ।
प्रतिदिन 140 लीटर दुग्ध उत्पादन करते हैं
मोहम्मद सैफ उर्फ सोना भाई ने घर की एक गाय से डेयरी शुरू की थी। आज 20 उन्नत नस्ल की दुधारू गाय 14 बछिया और 5 बछड़े है। यहां प्रतिदिन करीब 140 लीटर दूध का उत्पादन होता है । 20 से 25000 प्रतिमाह की आमदनी हो जाती है । डेयरी से कई लोगों को रोजगार भी मिला है । डेयरी परिसर में ही गोबर गैस प्लांट लगाया गया है । वर्मी कंपोस्ट खाद उत्पादन इस वर्ष से प्रारंभ होगा।
नौकरी छोड़ शुरू किया डेयरी फार्म
मोहम्मद सैफ और सोना बताते हैं कि सारठ पावर स्टेशन से स्विच मैन की नौकरी छोड़कर डेयरी फॉर्म खोला है ।सूबे के कृषि मंत्री रणधीर सिंह और जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख के संघर्षपूर्ण जीवन से प्रभावित होकर जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास किया है ।
रुकना नहीं, आगे बढ़ते रहना है
बैठना नहीं काम करते रहना है, दुनिया चाहे जो बोले अपने सपनों को साकार करने के लिए निरंतर मेहनत करना है । सोना का सपना स्ट्रांग इंडिया अत्याधुनिक डेयरी फार्म खोलना है। क्षेत्र के युवाओं को सक्षम बनाना है । यह पहले आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहे है। क्षेत्र के युवा वर्ग इन से काफी प्रभावित हो रहे हैं।
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