कोरोना महामारी को रोकने के लिए चित्तरंजन रेल नगरी में सील किए गए थे कई गेट, लोगों ने तोड़ा
चित्तरंजन रेल नगरी में आवगमन के लिए एकजुट हो कर सालानपुर/चित्तरंजन ।
कोरोना महामारी और लॉकडाउन से निपटने के लिए चिरेका प्रबंधन द्वारा अनाधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए चित्तरंजन शहर में प्रवेश के लिए सभी पॉकेट गेट को बंद दिया गया था। सिर्फ प्रवेश के लिए झारखण्ड की ओर गेट नंबर 1 तथा बंगाल की ओर गेट नंबर 3 ही भारी सुरक्षा के साथ प्रवेश के लिए खुला रखा गया था। चित्तरंजन रेल प्रबंधन ने स्थिति सामान्य होने पर सभी बंद पॉकेट गेटों को पुनः खोलने का आश्वासन भी दिया था ।
स्थिति सामान्य होने पर स्थानीय लोगों ने लगातार चित्तरंजन रेल प्रशासन से अपील के साथ और आन्दोलन भी किया गया था, फिर भी गेट नहीं खोलने से बाध्य होकर पॉकेट गेट में लगाए गए दीवार को सभी ने मिल कर तोड़ दिया और आवागमन के लिए खोल दिया।
मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि इस गेट की सहायता से प्रतिदिन हजारों व्यक्ति चित्तरंजन शहर में रोजमर्रा की जरूरतों के लिए दाखिल होते है, पॉकेट गेट बन्द हो जाने से लगभग 2 किलोमीटर घूम कर गेट नंबर 3 से चित्तरंजन में दाखिल होना पड़ता था।
कल्याणग्राम, प्रान्तोपल्ली, कुशुमकनाली, अरविंद नगर एवं नेताजी कॉलोनी के लोग प्रायः अपने रोजमर्रा के लिए अमलादही बाजार के को जाते है। जबरन ही साही गेट पुनः खुल जाने से स्थानीय लोग काफी खुश है।
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