रेल अतिक्रमण अभियान में तोड़े गए दुकानों का मलबा नहीं उठाने से राहगीरों को हो रही परेशानी
रेल नगरी गोमो के लोको बाजार सिक लाईन आदि सड़कों के किनारे से अभी तक मलवा नहीं उठाए जाने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब रेल प्रशासन को दुकान तोड़ना था तो शाम में एनाउंसमेंट किया और दूसरे दिन ही अतिक्रमण अभियान चलाकर सैकड़ों दुकानों को बुलडोजर लगाकर करीब 6 महीना पूर्व तोड़ दिया। पर आज तक सड़क के किनारे से कचड़ा नहीं उठाया गया है। जिसपर सुवरों का जमावड़ा लगा रहता है। ईंट पत्थर सड़क के बगल की नाली को जाम कर दिया है। रेल कॉलोनी के गंदा पानी सड़क पर बहकर राहगीरों के बदन पर पड़ रहा है। ईंट पत्थर सड़क पर आ जा रहे हैं। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
दुकानों को तोड़ कर लोगों को बेरोजगार कर भूखे मरने को मजबूर कर दिया गया है। लोग आज कोरोना महामारी से ऐसे ही डरे सहमें हैं। उस पर बेरोजगारी की मार ने आज सभी को तिल तिल जीने को बेबस कर दिया है। सदमे में कई लोगों की जान चली गई है। दर्जनों दुकानदार पलायन कर गए हैं। लोग सड़क के किनारे फुटपाथ पर जहाँ भी अपनी दुकान लगाते हैं उन्हें वहाँ से रेल प्रशासन द्वारा हटा दिया जाता है।
स्थानीय लोगों ने रेलवे के संबंधित विभाग से सड़क के किनारे के मलबों को अविलंब उठाने की मांग किये हैं। ताकि लोगों की कोरोना की महामारी की बीमारी से बचाया जा सके। लोगों को हो रही इन समस्याओं की जानकारी मिलने पर किसान नेता सह यूथ फ़ोर्स के प्रधान संयोजक दीप नारायण सिंह ने । मंडल रेल प्रबंधक धनबाद को ट्वीट कर मलबा को उठवाने की मांग किये हैं।
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