पानी व बिजली के लिए ग्रामीणों ने टाटा कोलयरी में किया उग्र प्रदर्शन
*पानी, बिजली तथा मूलभूत सुविधा को लेकर ग्रामीणों ने टाटा जीएम कार्यालय परिसर में घुसकर किया उग्र प्रदर्शन*
*महिला ग्रामीणों और सुरक्षाकरियो के बीच हुई हाथपाई, गेट तोड़ घुसे कार्यालय परिसर में*
*जोड़ापोखर थाना प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद मील आश्वाशन के पश्चात आंदोलन हुआ खत्म*
जोड़ापोखर । जामाडोबा टाटा स्टील कंपनी के डुमरी मौजा के लीज होल्ड एरिया में प्रबंधन द्वारा लगातार पानी बिजली की आपूर्ति में कटौती तथा मूलभूत सुविधा से वंचित किए जाने से भड़के ग्रामीणों ने बुधवार को ग्राम संरक्षण समिति के तत्वधान में जुलूस निकालकर लीज होल्ड एरिया में तत्काल मूलभूत सुविधाओं को नियमित रूप से बहाल करने की मांग को लेकर टाटा कंपनी के जीएम कार्यालय के मुख्य गेट पर विरोध प्रदर्शन किया । विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई अधिकारी द्वारा ग्रामीणों से वार्ता नहीं किए जाने से क्षुब्ध होकर ग्रामीण उग्र हो गए और मुख्य गेट पर लगी बेरीकेट को तोड़ते हुए जीएम कार्यालय परिसर में प्रवेश कर जमकर हंगामा किया । जुलुस में शामिल बड़ी संख्या में महिला पुरुषों ने हाथों में बैनर तख्ती लिए जीएम और निदेशक के खिलाफ ग्रामीणों को नियमित पानी बिजली देना होगा, टाटा कंपनी ग्रामीणों की जमीन को खाली करो, टाटा कंपनी की मनमानी नाय चलतो आदि नारेबाजी करते हुए कार्यालय परिसर में जमकर हंगामा करते हुए खूब उत्पात मचाया । सुरक्षाकर्मियों द्वारा उग्र आंदोलन को रोकने की कोशिश करने पर सुरक्षाकर्मियों और आंदोलनकारियों के बीच हाथापाई एवं धक्कामुक्की की घटना हुई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बन गई । हालांकि मौके पर जोरापोखर थाना की पुलिस मौजूद थी। किंतु सैकड़ों ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस बेबस बनी रही। मामले की जानकारी पाकर थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा एवं सुरक्षा प्रभारी सुजीत झा ने आंदोलनकारी नेताओं से वार्ता कर जीएम के नहीं रहने की बात कहते हुए ग्रामीणों की समस्या पर अगले सोमवार को जीएम से ग्रामीणों की वार्ता कराकर समाधान करने तथा नियमित बिजली पानी की आपूर्ति कराए जाने का अश्वासन दिया। थाना प्रभारी के अश्वासन के बाद ग्रामीणों ने एक घंटा बाद आंदोलन को खत्म कर दिया । ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे मनोज महतो, छोटेलाल महतो, भीम महतो, संतोष महतो ने कहा की उनकी अधिग्रहित जमीन पर टाटा कंपनी कार्य कर रही है। इसके बाद भी ग्रामीणों की पानी बिजली सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं में लगातार कटौती कर रही है । 24 घंटे में चौदह घंटे बिजली कटौती करने से पानी आपूर्ति भी ठप है। जिससे नीचे व उपर डुंगरी बस्ती, कालीमेला, लालबंगला बस्ती के लगभग तीन हजार परिवार का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है । लोगों ने कहा की थाना प्रभारी के अश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित किया गया है, लेकिन उनकी मांगे पुरी नहीं होने के बाद ग्रामीण फिर से आंदोलन करने को बाध्य होगी। आंदोलन में कुंदन महतो, विशाल महतो, जोहार महतो, खुशबू देवी, गीता देवी, सुमित्रा देवी, सावित्री देवी, बिजली देवी, दिलीप महतो, उत्तम महतो, दिलीप ठाकुर आदि थे ।
वही टाटा महाप्रबंधक कार्यालय की तरफ से कहा गया कि ग्रामीणों द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या विरोध के स्पष्ट कारण के कार्यालय की कार्यप्रणाली को बाधित किया। बातचीत के बाद ग्रामीणों द्वारा एक मांग पत्र सौंपा, जिसपर कंपनी गंभीरता से विचार कर रही है। टाटा स्टील हमेशा संवाद और सहमति के माध्यम से सभी हितधारकों के साथ सकारात्मक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध रही है और उन समुदायों के समग्र विकास के लिए समर्पित है जिनको वह सेवा प्रदान करती है।

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