ओस्टिओपैथी चिकित्सा पद्धति से बिना दवा के होगा इलाज
अमृत आश्रम में मुफ्त ओस्टिओपैथी चिकित्सा शिविर का उद्घाटन राजस्थान के सुप्रसिद्ध चिकित्सक गोवर्धन लाल पराशर ने करते हुए कहा कि इस पद्धति के माध्यम से असाध्य रोगों का भी चिकित्सा संभव है। आज जोड़ों का दर्द , कमर का दर्द , माइग्रेन आदि ऐसे रोग हैं जिसे इस चिकित्सा के माध्यम से चंद दिनों में ही ठीक कर दिया जाता है । यह चिकित्सा पद्धति भारतीय चिकित्सा पद्धति है लेकिन इस चिकित्सा पद्धति को महत्व नहीं मिली । लेकिन वर्तमान समय में पुनः इस चिकित्सा पद्धति को स्वीकृति मिलने लगी है । इस पद्धति के माध्यम से चिकित्सा करवाने वाले को कभी भी दवा नहीं खानी पड़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि आयाम बयान भी जरूरी है । उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मुझे अनेक पुरस्कार प्राप्त है लेकिन मैं इस चिकित्सा व्यवस्था को आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा हूं
क्यूबा के राष्ट्रपति को कोमा से मैं निकालने में सफल
इस पद्धति के माध्यम से मैं क्यूबा के राष्ट्रपति को कोमा से मैं निकालने में सफल हुआ था। वर्तमान में अनेकों ऐसे महान पुरुष हैं जिनका भी चिकित्सा हमने किया है । यह चिकित्सा पद्धति राजदरबार तक सीमित था। लेकिन अब नहीं रहेगी । इसकी पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है । केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान , गुजरात , पंजाब ,हरियाणा के आर्युवेदिक विश्वविद्यालय में इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। संयोजन कर्ताओं की ओर से गणपत खेमका ने बताया कि पिछले 5 वर्षों से प्रत्येक वर्ष हम लोग यहां मुफ्त चिकित्सा शिविर लगाते हैं और प्रयास करते हैं अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले। इस वर्ष 15 सौ रोगियों की चिकित्सा यहां की जाएगी 3 दिनों का ही कैंप है।
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