डेको आउटसोर्सिंग प्रबंधन द्वारा ‘नो वर्क नो पै’ का नोटिस, कंपनी जानबूझकर ऐसा करती है ताकि कंपनी को हिंडरेंस का फायदा मिल सके: कार्यरत मजदूूरों
लोयाबाद। बाँसजोड़ा कोलियरी अंतर्गत संचालित डेको आउटसोर्सिंग प्रबंधन द्वारा एक बार फिर कार्यालय के बाहर ‘नो वर्क नो पै’ का नोटिस चिपका दिया गया है। नोटिस चिपकाए जाने के बाद से मजदूरों में मायूसी छाई है। नोटिसमें बताया गया है कि बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा डंपिंग एरिया मुहैया नहीं कराया जा रहा है जिस कारण रविवार से कंपनी का कार्य बंद कर दिया गया है और इस स्थिती में कर्मियों को ‘नो वर्क नो पै’ की श्रेणी में रखा जाएगा। बताया जाता है कि साकार मांस ज्वाइंट वेंचर कंपनी के पेटी काॅन्ट्रैक्टर डेको आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा बार-बार कंपनी का काम बंद कर दिया जाता है। कभी बीसीसीएल द्वारा भुगतान नहीं किए जाने, कभी ब्लास्टिंग कार्य नहीं किए जाने और अब डंपिंग एरिया मुहैया नहीं होने का हवाला देकर आउटसोर्सिंग कंपनी काम बंद कर देती है । कुछ लोगों का कहना है कि कंपनी जानबूझकर ऐसा करती है ताकि कंपनी को हिंडरेंस का फायदा मिल सके। कुछ लोगों का कहना है कि डेको कंपनी निचितपुर में भी परियोजना चलाने का कार्य कर रही है इसलिए कंपनी बाँसजोड़ा में काम नहीं करना चाहती है।
इस बीच कंपनी का कार्य चलने पर कंपनी द्वारा मजदूरों को कभी 13 दिन तो कभी 20 दिन के वेतन का भुगतान किया जाता है और तो और कंपनी दो माह पर अपने वर्करो को सैलरी देती है। बाँसजोड़ा डेको आउटसोर्सिंग कंपनी में 265 मजदूर कार्यरत है। कंपनी का कार्य बंद होने से इनके समक्ष रोजी रोटी की उत्पन्न हो गई है। मामले में कंपनी प्रबंधक अरविंद चौधरी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा डंपिंग एरिया मुहैया नहीं कराया जा रहा है जिस कारण काम नहीं किया जा सकता है। डंपिंग एरिया मुहैया कराए जाने पर कंपनी का कार्य शुरू किया जाएगा।
कंपनी कोयला हटा ले तो डंपिंग की जगह मिल जाएगी -एजेंट
मामले में बाँसजोड़ा कोलियरी एजेंट जयंत कुमार जैसवाल ने कहा कि डेको आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा बाँसजोड़ा में बहुत धीमी गति से कार्य कर रही है । कंपनी अगर कार्य में तेजी लाकर कोयला हटा ले तो डंपिंग के लिए जगह मिल जाएगी।

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