लिओ डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी 322 A के सचिव बने मधुस्थली विद्यापीठ के लिओ नीरज कुमार सिंह तथा वाइस प्रेसिडेंट बनी लिओ महिमा मरांडी
मधुपुर के प्रतिष्ठित विद्यालय मधुस्थली विद्यापीठ में पढने वाले बच्चों में सामाजिक गुणों तथा नेतृत्व क्षमता के के विकास के लिए स्थापित “लिओ क्लब ऑफ़ मधुस्थली विद्यापीठ” के लिओ नीरज कुमार सिंह, लिओ डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी 322 A तथा महिमा मरांडी, लिओ डिस्ट्रिक्ट वाइस प्रेसिडेंट 322 A चुने गए हैं । उनका चयन एक साल के लिए इन पदों पर किया गया है ।
लायंस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर राजेश गुप्ता “पवन” तथा डिस्ट्रिक्ट लिओ चेयरपर्सन अरविंद कुमार बर्नवाल के अनुसार इनका मुख्य कार्य जिला 322 A में होने वाले लिओ के तमाम प्रशासनिक कार्यों में मदद करना तथा जिला 322A में मौजूद सभी लियो क्लब के सदस्यों को मानवता की सेवा हेतु सामाजिक उत्तरदायित्वों को निभाने के लिए प्रोत्साहित करना तथा उनमें नेतृत्व करने की क्षमता को बढ़ावा देना है।
मधुस्थली विद्यापीठ के लिओ एडवाइजर निलेश कुमार एवं लायन उत्तम साह के अनुसार दोनों वर्ग दशम के छात्र एवं छात्रा है तथा स्कूल के द्वारा किये जानेवाले सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं साथ ही साथ विद्यालय द्वारा होनेवाले प्रतियोगिताओं में भी उनका योगदान विशेष रूप से होता है।
विद्यालय के चेयरमैन किशन कुमार केजरीवाल जी ने बच्चों को इस अवसर पर बधाई देते हुए कहा है कि अपने छात्रों का चुनाव लिओ डिस्ट्रिक्ट 322 A में महत्त्वपूर्ण पदों पर होना काफी गर्व की बात है तथा मधुपुर शहर के बच्चे अपने आइडल के रूप में इनका अवलोकन करेंगे।
विद्यालय के प्राचार्य बीतान विश्वास के अनुसार पूरा विद्यालय परिवार अपने बच्चों की उपलब्धि पर गौरवान्वित है तथा लिओ क्लब ऑफ़ मधुस्थली विद्यापीठ को जो भी कार्यभार सौंपा गया है, उसमें वे हर संभव सहायता का आश्वासन देते है साथ ही उन्होंने बच्चों के स्वर्णिम भविष्य की भी कामना की है। इस मौके पर मधुपुर लायंस क्लब के अध्यक्ष तथा सदस्यों ने भी अपनी ख़ुशी जाहिर की है ।
उल्लेखनीय है कि सभी लिओ क्लब अंतर्राष्ट्रीय संस्था लायंस क्लब इंटरनेशनल के दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्यरत हैं जो विश्व के 200 से अधिक देशों में मानवता के क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के अपनी उत्कृष्ट भूमिका के लिए जानी जाती है । लायंस क्लब इंटरनेशनल की नींव सन 1917 में संयुक्त राज्य अमरीका के इलेनॉइस शहर में रखी गई थी और आज यह संस्था मानवता की सेवा में वैश्विक नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभा रही है।

Copyright protected