60 वर्षों के इतिहास में लगातार दूसरी बार भी प्रकाशपर्व पर नहीं निकलेगा नगर कीर्तन
धनबाद। कोरोना संक्रमण के कारण लगातार दूसरे वर्ष गुरुपर्व पर नगर कीर्तन नहीं निकलेगा। पिछले वर्ष कोविड-19 के कारण नगर कीर्तन नहीं निकला, इस बार यही स्थिति है।गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने इस बार भी नगर कीर्तन नहीं निकालने का निर्णय लिया। 19 नवंबर को बैंक मोड़ गुरुद्वारा साहिब में गुरुपर्व पर दीवान जरूर सजेगा। बाहर से रागी जत्थे नहीं आएंगे। गुरुद्वारा के ही रागी जत्थे शबद-कीर्तन कर संगतों को निहाल करेंगे। सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी के 552वें प्रकाश पर्व यानि गुरुपर्व पर नगर कीर्तन नहीं निकलेगा। 19 नवंबर को गुरुपर्व है। इस अवसर पर हर वर्ष धनबाद में गुरुपर्व पर एक दिन पहले झरिया के कोइरीबांध से बैंक मोड़ तक नगर कीर्तन यानि शोभायात्रा का आयोजन किया जाता है। यह परंपरा 1960 से चली आ रही है।
लगातार दूसरी बार इन 60 वर्षों में नगर कीर्तन नहीं निकलेगा। नगर कीर्तन में हर वर्ष धनबाद जिले के लगभग 18 हजार सिख संगत शामिल होती रही है। इसमें पंजाब से गतका पार्टियाँ और शबद कीर्तन करने वाले रागी जत्थे पहुँचते रहे हैं। इस बार बेहद सादे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के धर्म प्रचार सचिव गुरजीत सिंह ने बताया कि नगर कीर्तन नहीं निकलेगा। गुरुपर्व के दिन गुरुद्वारा के मुख्य सभागार में दीवान सजेगा। सुबह पाँच बजे से कार्यक्रम शुरू होगा। सभी सिख समुदाय अपने-अपने घरों में दीये जलाएंगे।

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