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मुद्दा — आवारा पशुओ का हैँ आतंक नगर निगम मौन

*झरिया सिंदरी मुख्य मार्ग में आवारा पशुओं का आतंक, कब जागेगा नगर निगम?*

जोड़ापोखर । धनबाद जिले के झरिया सिंदरी मुख्य मार्ग पर आये दिन सड़क हादसे अब चिंता का विषय बनते जा रहा है। सड़क हादसे का मुख्य वजह सड़क पर घूम रहे आवारा पशु और खराब स्ट्रीट लाइटें ही नहीं, बल्कि नगर निगम की लापरवाही और सुस्त कार्यशैली भी जिम्मेवार है। इस मार्ग पर पर गाय, बैल और कुत्तों का झुंड खुलेआम घूमते तथा सड़क के बीचोबीच बैठे दिख जाएंगे। इस मार्ग पर आवारा पशुओं की समस्या काफी भयावह रूप ले चुकी है। आवारा पशुओं का यह समूह मुख्य सड़क के बीचोबीच आकर यातायात को प्रभावित करता है, जिससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है। इतना ही नहीं इन आवारा पशुओ के अचानक सड़क पर आ जाने से वाहन चालक को सँभालने का मौका भी नहीं मिलता, जिस कारण अक्सर चालक खुद दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। कई लोग इन दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं, तो कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सड़कों पर अंधेरा और आवारा पशु मिलकर हर रात को और खतरनाक बना रहे हैं। झरिया सिंदरी मुख्य मार्ग के कई जगह महीनों से स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। स्थानीय लोग बार-बार शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन नगर निगम ने इस ओर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। अंधेरे में गड्ढे और आवारा जानवर नजर नहीं आते है और यही हादसों का सबसे बड़ा कारण बन गया है।

*नगर निगम की सुस्ती से आवारा पशुओ की समस्या और बढ़ी*

लोगों का कहना है कि नगर निगम की सुस्ती ने उनकी समस्याओं को और बढ़ा दिया है। आवारा पशुओं को पकड़ने का काम ठप पड़ा है क्योंकि इसके लिए जारी किया गया टेंडर अब तक नवीनीकृत नहीं किया गया। वहीं स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की कोई योजना नजर नहीं आती। नगर निगम के अधिकारी शिकायतें सुनते जरूर हैं, लेकिन समाधान के लिए कदम नहीं उठाते। यह समस्या सिर्फ प्रशासन की लापरवाही तक सीमित नहीं है। इसका असर हर इंसान की जिंदगी पर पड़ रहा है। सड़क पर चलते हुए हर व्यक्ति को डर रहता है कि कब कोई हादसा हो जाए। खासकर रात के समय जब सड़कों पर अंधेरा छा जाता है, तो खतरा और भी बढ़ जाता है। बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर चेतावनी हैं। यह वक्त है कि नगर निगम अपनी जिम्मेदारी समझे और इन समस्याओं का स्थायी समाधान निकाले। अगर आज इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो कल हालात और भी बदतर हो सकते हैं।

*सड़क के बीचोबीच बैठ जाते है आवारा पशु*

झरिया सिंदरी मुख्य मार्ग पर तक़रीबन हर चौक चौराहे के पास सड़क के बीचोबीच आवारा पशु का झुण्ड बैठे रहते हैं। जो दुर्घटना का सबब बनती जा रही है। दिन तथा रात आवारा पशु सड़कों पर बैठे रहते दिख जायेगे. इनसे अक्सर दोपहिया व चार पहिया वाहनों की टक्कर हो जाती है। बैठे पशु अचानक उठकर सड़क के दाई बाई तरफ भागने लगते है, जिससे लोग असमय काल के गाल में चले जाते है।

संवाददाता – शमीम हुसैन

Last updated: दिसम्बर 14th, 2024 by Arun Kumar
Arun Kumar
Bureau Chief, Jharia (Dhanbad, Jharkhand)
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