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मेरी बात – #ये कलयुग नहीं कर्मयुग हैँ # लेखक सह पत्रकार @ अरुण कुमार,

मेरी बात – ये कलयुग नहीं कर्म युग हैँ – आज का यह टॉपिक काफी मायनों में खास हैँ और खास हो भी क्यों ना जब बात आ जाती हैँ इस कलयुग की तो अनायास ही हमसबके जेहन में एक बात घर कर जाती हैँ कि कलयुग मतलब कलयुगी दुनिया और साथ ही साथ मतलबी लोग किन्तु हमसब अगर नैतिकता की बात करें तो इस कलयुगी समाज में नैतिकता बोलकर कोई शब्द ही नहीं बचा हैँ सभी लोग झूठ व फरेब के कुचक्र में रच बस जो गए हैँ अब “बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया “वाली कहावत आन पड़ी हैँ जो की काफी हद तक शास्वत सत्य भी हैँ जबकि आज के इस कलयुग रूपी समाज में कहने व दिखाने में सभी माहिर हैँ किन्तु अगर करने की जब बारी आती हैँ तो लोगों के पसीने छूट जाते हैँ वहीँ अगर सत्यता की बात ज़ब आती हैँ तो सारी बातें धरी की धरी रह जाती हैँ आज का इंसान अपनी कर्मरूपी इंसानियत को भुलाकर इस कलयुग के भंवर में फंस सा गया हैँ और लाख कोशिश करने के बाद भी वह इंसान इस भंवर से बाहर नहीं निकल पाता हैँ ये भी एक किसी कड़वी सच्चाई से कम भी नहीं हैँ जबकि आज का यह युग कलयुग नहीं कर्मयुग हैँ अगर हम सब यह कहे तो ज्यादा अच्छा होगा क्योंकि यह कलयुग कर्मयुग को बढ़ावा देने वाला जो बन सा गया हैँ तथापि आज का इंसान इस कलयुग के काळचक्र में पड़कर अपना कर्मयुग कहें या कर्मयोगी स्वरूप को भुलाकर भटयुग का एक नया जीवन शुरू कर चूका हैँ और उस इंसान का यूँ ही भटकना आज भी बदस्तूर और निरंतर जारी हैँ जबकि होना तो ये चाहिए था कि इस कलयुग में भी इंसान अपने वजूद को इस तरह प्रदर्शित करे कि उसका यह जीवन धन्नाध्य हो जाए, इस कलयुग में एक कर्मयोगी की भांति बनकर अपना सर्वस्व न्योछावर करकर तो देखें जिंदगी काफी हसीन हो जायेगी ऐसा मेरा विश्वास हैँ और अंत में मैं यही कहूंगा की इस कलयुग के मायमोह से निकलकर अपने कर्मयुग व धर्मयुग में कदम रक्खे तो आपका भटयुग अपने आप स्वतः ही समाप्त हो जाएगा ऐसा मुझे पूर्णतः विश्वास हैँ,और एक लाइन की कुछ सज्जन पुरुष मरने के बाद भी याद आते और उनका नाम आज भी हो रहा है जबकि कुछ लोग जिन्दा होकर भी अपना थू थू करवा रहे है इसी को कहते है और एक कहावत भी है करनी का फेर देर ना सवेर तो दोस्तों कर्मयोगी बने और सात्विक कार्य करते रहें,

सबों का आभार,
लेखक सह पत्रकार, अरुण कुमार
मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क ( भागवत ग्रुप कारपोरेशन )

Last updated: अक्टूबर 10th, 2023 by Arun Kumar
Arun Kumar
Bureau Chief, Jharia (Dhanbad, Jharkhand)
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