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मेरी बात,, भाई हैँ तो भय कैसा,, पूछता हैँ अरुण कुमार @ लेखक सह पत्रकार,

मेरी बात,,,…..,,, भाई हैँ तो भय कैसा…. पूछता हैँ अरुण कुमार @ लेखक सह पत्रकार,,….. आज का यह टॉपिक कई मायनों में खास हैँ क्योंकि अगर सगे भाई हैँ तो भय कैसा, मगर या अगर भय हो गया हैँ तो आप अब भाई नहीं रहे साधारण सी भाषा में आप उन्हें गोतिया या पट्टीदार भी कह सकते हैँ चुकि विधि का यह विधान हैँ कि एक माँ कि कोख से ज़ब दो सहोदर भाइयों का जन्म होता हैँ और जननी रूपी माँ अपने दोनों पुत्रों को एकसमान अपना दूध पिलाकर पालती पोस्ती हैँ और दोनों को बड़ा करती हैँ तत्पश्चात जब दोनों सहोदर भाइयों को अहसास होता हैँ कि वे दोनों आत्मारूपी भाई हैँ तथापि एक दूसरे से कभी जुदा होने की सोच भी नहीं सकते यहाँ तक की उनका बचपन हॅसते खेलते एकसाथ गुजर रहा होता हैँ अपितु एक समझ के साथ दोनों भाई साथ साथ बड़े भी होते हैँ किन्तु यहाँ तक तो सब ठीक से गुजर रहा होता हैँ परन्तु जब बात आ जाती हैँ भाइयों में भय की तो बात यही सब विलुप्त भी हो जाती हैँ कि एक भाई दूसरे भाई से भयपुर्वक रह रहा हैँ तो किधर अब वे भाई रहे इसको आप और हमसब अब गोतिया या पटीदार की भी संज्ञा दे सकते हैँ क्योंकि भाइयों में भय नहीं प्यार का अहसास होना ही काफी हैँ किन्तु कुछ खुदगर्ज भाई अपने आपको इस कदर बना चुके हैँ कि उन्हें अब उस सहोदर भाइयों का अहसास भी नहीं रहा हैँ कि उसका दूसरा भाई किस विकट परिस्थिति में अपने आपको सर्वभाइव कर रहा हैँ कल्पना से हटकर कोई भी भाई शांतिपुर्वक उस समस्त समस्या को निराकरण करने को लेकर आतुर नहीं दिखाई पड़ता हैँ किन्तु वही बात ज़ब भाइयों को छोड़कर किसी और पर आ जाती हैँ तब वही भाई अपनी एड़ी चोटी लगाकर इस कदर अपने आपको दर्शाने का कार्य करते हैँ कि जैसे सबसे बड़ा समाजसेवी व प्रेमी उसका वही हैँ चुकि मामला ज़ब भाइयों की चल रही हो तो भाई प्रेम से बढ़कर ना ही कुछ दूसरा , था, हैँ और ना ही कोई होगा अपितु जहाँ प्यार हैँ वहाँ समर्पण हैँ और वहीँ समर्पित भी हैँ ऐसा मेरा मानना हैँ तो मेरे हिसाब से सभी भाई अपने बचपन का वो पल अवश्य याद करें जो की आपने और आपके भाइयों ने एकदूसरे के साथ मिलकर बिताया था तब बात समझ में आएगी कि भाइयों में भय नहीं अहसास का होना ही काफी हैँ अन्यथा भाइयों को गोतिया बनते देर नहीं लगेगी,, अब मर्जी हैँ आपकी आप चाहें जैसे जी लें,, ✍️✍️

अरुण कुमार, लेखक सह पत्रकार
मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क,✍️✍️

शाखा प्रबंधक, भागवत ग्रुप कारपोरेशन,,,,, ✍️✍️

Last updated: जून 24th, 2023 by Arun Kumar
Arun Kumar
Bureau Chief, Jharia (Dhanbad, Jharkhand)
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