“लोहा चोर मचाये शोर “
*कालीमेला में रोपवे बालू बंकर टावर का खुलेआम लोहा चोरी होना शुरू, सैकड़ो टन लोहा गायब*
*भौरा ओपी पुलिस मूकदर्शक बनी, एफआईआर नहीं होने पर प्रशासन-प्रबंधन की चुप्पी पर उठे सवाल*
झरिया। झरिया के जोड़ापोखर पुलिस अंचल क्षेत्र इन दिनों लुट व चोरी का अड्डा बन चूका है। सरकारी सम्पति का अपराधियों द्वारा दिन दहाड़े लुटने को होड़ मची हुई है, जिसमे पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। हम बात कर रहे है जामाडोबा, जीतपुर, वाटरबोर्ड, कालीमेला, जोड़ापोखर और पाथरडीह इलाकों की, जहाँ से अब तक लाखों टन लोहा चोरी हो चुका है, लेकिन सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि एक भी थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हुई। चाहे जोरापोखर थाना हो या भौरा ओपी, हर जगह पुलिस की चुप्पी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ताजा मामला कालीमेला स्थित टाटा कम्युनिटी सेंटर के पीछे बंद पड़ा रोपवे बालू बंकर टावर की है। जिसका लोहा चोरो के लिए सुरक्षित खजाना मिल गया है। इस टॉवर में हजारो टन लोहा चोरो द्वारा चोरी करना शुरू कर दी गई है। कुछ महीने पूर्व चोरो द्वारा टॉवर का लोहा चोरी शुरू की थी, परन्तु खबरे प्रकशित होने के बाद लोहा की चोरी बंद हो गई थी। बीते एक सप्ताह से पुनः रोपवे टावर का लोहा चोरी होना शुरू हो चुकी है, जिसमे सैकड़ो टन लोहा चोरी की जा चुकी है। उक्त टॉवर का लोहा चोरी में स्थानीय एक मजदूर नेता तथा जोड़ापोखर थाना क्षेत्र से खबरीलाल का नाम सामने आया है। ये खबरीलाल रात में क्षेत्र का रेकी करते दिखाई दे जाते है।
*आखिर कब तक भौरा पुलिस व बीसीसीएल प्रबंधन अपने जिम्मेदारी से भागेगी*
मालूम हो कि करीब बीस साल पहले यहाँ से बीसीसीएल द्वारा बालू की सप्लाई होती थी। उस समय इसकी सुरक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी थी, लेकिन उपेक्षा और लापरवाही के चलते अब यह लोहा चोरो के कब्जे में चला गया है। लगातार खबरें प्रकाशित होने के बावजूद न तो प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाया और न ही बीसीसीएल प्रबंधन ने जिम्मेदारी तय की। इससे आम जनता में यह सवाल उठ रहा है कि क्या चोरी की घटनाओं में अंदरूनी मिलीभगत शामिल है चोरी का विरोध करने पर स्थानीय निवासियों को हमले का डर है। कई लोग कहते हैं कि यदि वे आवाज़ उठाएँगे तो कभी भी बड़ी वारदात हो सकती है। इसी डर के कारण लोग रात में घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस व प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन से साफ सवाल पूछा है की लाखों टन लोहा चोरी हो गया, लेकिन एफआईआर क्यों नहीं हुयी? चोरी रोकने के लिए जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गई आखिर कब तक लोग डर और खामोशी में जीते रहेंगे बड़ी वारदात की आशंका लोगों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है। उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और प्रबंधन पर होगी।
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कालीमेला स्थित रोपवे बालू बंकर का लोहा चोरी होने की जानकारी नहीं थी, लोहा चोरी होने की जानकारी प्राप्त हुई है। उक्त क्षेत्र में गश्ती दल बढ़ा दी जाएगी, जो भी लोग चोरी में संलिप्त है, उसपर कार्यवाई की जाएगी।
रंजीत राम
भौरा ओपी प्रभारी।
संवाददाता – शमीम हुसैन

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