कन्याश्री अब बना विश्वश्री : भव्य तरीके से मना पुरस्कार उत्सव
बीते 24 जून को प0 बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय हेग में सिविल सेवा के प्रथम पुरस्कार ग्रहण किया था।
यह पुरस्कार उन्हें “कन्या श्री प्रकल्प ” के लिए दिया गया।
इसी पुरस्कार प्राप्ति की खुशी पर पर एक विशाल रंगा-रंग संस्कृत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह आयोजन 28 जुलाई को कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गाय।
इस अवसर पर राज्य भर से लाखों कन्याश्री ने हिस्सा लिया।
इसके अलावे प0 बंगाल से सभी श्रेष्ठ नेतागण, कलाकार मंच पर उपस्थित थे।
मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने स्वयं ट्वीट कर यह जानकारी दी।
28 जुलाई को कन्याश्री दिवस घोषित किया

मुख्य ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि “कन्याश्री अब हुयी विश्व श्री”

राज्य भर में मनाया गया उत्सव
ममता बनर्जी केआह्वान पर पूरे राज्य में कन्याश्री दिवस मनाया गया।

रानीगंज पंचायत समिति में मनाया गया कन्याश्री उत्सव

रानीगंज पंचायत समिति के तत्वाधान में भक्ता नगर हाई स्कूल परिसर में 2017 कन्याश्री योजना के तहत छात्राओं को उसका लाभ प्रदान किया गया.
मौके पर उपस्थित पंचायत समिति के अध्यक्ष सौरभ हाड़ी ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने
छात्राओं को शिक्षा के प्रति उत्साहित करने के लिए कन्याश्री योजना चालू की थी जिसमें पढ़ाई का खर्च छात्राओं को प्रदान किया जाता था.
सौरभ ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बाल विवाह के भी खिलाफ थी एवं बाल विवाह प्रथा को पूरी तरह समाप्त कर देना चाहती थी ।
इसलिए उन्होंने यह संकल्प लिया कि प्रत्येक लड़कियां शिक्षा ग्रहण करें इसके लिए उन्होंने कन्याश्री योजना प्रकल्प शुरू की थी.
जिसमे काफी हद तक सफलता मिली है, आंकड़ों के मुताबिक इन 6 वर्षों में पश्चिम बंगाल में बाल विवाह की संख्या में काफी कमी हुई है।
रानीगंज में 3000 छात्राओं को मिला कन्याश्री का लाभ , 28 जुलाई के दिन ही 100 छात्राओं को मिला लाभ
इस मौके पर उपस्थित रानीगंज के संयुक्त प्रखंड विकास अधिकारी अमृत मुखर्जी ने कहा कि
रानीगंज पंचायत समिति के अंतर्गत करीब 3000 छात्राओं को कन्याश्री योजना का लाभ प्रदान किया गया है.
कोई भी छात्रा इस स्कीम के लाभ से वंचित ना हो इसका विशेष ध्यान रखा गया है.
मौके पर नारी नियम समाज कल्याण दफ्तर के प्रमुख उत्तम मंडल, स्कूल के प्रधानाध्यापक गणेश चंद्र दास, वीडियो ऑफिस के अधिकारी मिथुन घोष,
स्कूल मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष रूपचंद्र सूत्रधार, पंचायत सदस्य निर्मल पाल मुख्य रूप से उपस्थित थे.
निर्मल पाल ने बताया कि करीब 100 छात्राओं को कन्या श्री योजना का लाभ आज दिया गया.
सलानपुर ब्लाक में मनाया गया कन्याश्री दिवस

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इसी आह्वान के तहत सलानपुर ब्लाक में भी कन्याश्री दिवस मनाया गया ।
इस उपलक्ष्य मेें चित्तरंजन देशबंधु महाविद्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
बराबनी विधायक विधान उपाध्याय प्रदीप उज्वालित कर अनुष्ठान की शुरुआत की ।
इस मौके पर बिधायक के साथ सलानपुर ब्लाक अधिकारी तपन सरकार , सलानपुर पंचयात समिति के अधक्ष्य स्वमोल मजूमदार ,
देशबन्धु महाविद्यालय के प्रोफेसर सहित सालानपुर के विभिन्न स्कूलों की छात्राएं उपस्थित थे।
इस अवसर पर 18 जुलाई ब्लाक में किये गए प्रतियोगिता का पुरस्कार दिया गया ,जिसमे नृत्य , चित्रांकन , संगीत , समेत कई प्रतियोगिता में
विजेता छात्राओं को विधायक ने पुरस्कार प्रदान किया ।
छात्रा में मनीषा प्रसाद और स्कूल में बोलोराम गर्ल्स स्कूल ने जिला में पहला स्थान हासिल किया
18 तारीख हुए ब्लाक प्रतियोगिता में आछरा रोय बोलोराम गर्ल्स स्कूल ने जिला में पहला स्थान हासिल किया
एवं चित्तरंजन देशबन्धु महाविद्यालय के मनीषा प्रसाद ने नृत्य में पश्चिम बर्धमान जिला में पहला स्थान हासिल किया ।
इस कार्यक्रम में सलानपुर ब्लाक के आछरा रोयबोलोराम गर्ल्स हाई स्कूल , महिला समिति , विवेकानंद , सहित
कई स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए ।
कन्याश्री से राज्य की छात्राओं का भविष्य उज्जवल हुआ है
विधायक विधान उपाध्याय ने बताया कि इस परियोजना से राज्य की कई छात्राओं का भविष्य उज्जवल हुआ है।
इस विषय पर सलानपुर के ब्लाक आधिकारिक तपन सरकार ने बताया कि
कन्याश्री परियोजना में दर्ज लड़कियों की संख्या अब लगभग 40 लाख पहुंच गयी है.
कन्याश्री योजना के कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु
- विशेषज्ञों के अनुसार इस परियोजना के कारण लड़कियों में स्कूल छोड़ने के प्रतिशत में काफी कमी आई है ।
- लड़कियों को कन्याश्री परियोजना के तहत आर्थिक अनुदान दिया जाता है ।
- इस परियोजना के तहत दो चरण में सुविधा प्रदान की जाती है.
- 13 से 18 वर्ष तक की लड़कियों को पढ़ाई के लिए वार्षिक 750 रुपया दिया जाता है.
- इसके लिए मां-बाप की वार्षिक आमदनी 20 हजार रुपये से कम होनी चाहिए.
- पहले वार्षिक अनुदान की राशी 500 रुपये थी.
- द्वितीय व अंतिम चरण में 18 वर्ष पूरा होने के बाद उन्नीस वर्ष से पहले पढ़ाई जारी रखने
- अथवा शादी के खर्च के लिए एक बार 25 हजार रुपया बैंक लड़की के बैंक अकाउंट में जमा हो जाता है.
-संवादसूत्र (काजल मित्रा, सलानपुर) -सम्पादन(पंकज चंद्रवंशी , प्रधान संपादक)
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