बस एक झलक ही वाह…ताज की अनुभूति कराती है धेमोमेंन दुर्गापूजा पंडाल
आसनसोल। शिल्पकला में महारत और दक्षता ही आसनसोल को शिल्पांचल की खिताब से नवाज़ा है, अलबत्ता इस दुर्गापूजा में आसनसोल से लेकर पूरा पश्चिम बर्दवान जिला में इस बार हस्तशिल्प और कला का बेजोड़ नमूना देखा जा सकता है।
कारीगरी ऐसी की बस आप देखते ही रह जाएंगे। इस फेहरिस्त में सबसे ऊपर धेमोमेंन कोलयरी का दुर्गापूजा पंडाल है। जिसे देखते ही आपके जुबान से वाह ताज निकल पड़ेगी, क्योकि…हुनरबाज़ों की कलाकृतियों ने यहाँ साक्षात मुंबई के विख्यात ताज होटल को ही पुनर्स्थापित कर दिया है।
आज इस पूजा पंडाल का उदघाटन वार्ड पार्षद संजय
नोनिया, रोहित नोनिया, विनोद साव, समेत क्षेत्र के सभी गणमान्य की उपस्थिति में किया गया।
संजय नोनिया ने कहा कि बीते 53 वर्षों से यहां पर धूमधाम से
दुर्गा पूजा का आयोजन होता आया है, इस वर्ष भी धूमधाम से
दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है, इस बार ताज होटल की
तर्ज पर पंडाल बनाया गया है।
जिसकी लागत लगभग 30 लाख रुपए है। इस वर्ष भी श्रद्धालु एवं स्थानीय लोगों का उत्साह देखने लायक है। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे जिला से भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे और मां के दर्शन पहुचेंगे।
प्रशासन और पूजा आयोजन से जुड़े वॉलिंटियर्स की सजगता से श्रद्धालुओं को कोई समस्या नही होती है।

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