जंगल में बिछाई गई बिजली की तार में जानवर की जगह गई इंसान की जान, 48 घंटे बाद भी बिजली व वन विभाग बेखबर
हजारीबाग जिला के चौपारण प्रखंड में आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोग बिजली के बारे में नही जानते है और न ही उससे कभी पाला पड़ा है। वैसे गांव का युवक की मौत बिजली का अवैध तरीके से जंगली पशुओं का शिकार करने में हो जाय, यह कितनी बड़ी विडंबना उस परिवार व गांव के लोगो के लिए है। मालूम हो चतरा जिला के इटखोरी प्रखंड के ग्राम बेलगड़ा के असामाजिक तत्वों द्वारा हजारीबाग-चतरा जिला सीमावर्ती गांव बेलगड़ा व मुड़िया जंगल मे नंगा तार का जाल बिछा कर बिजली पोल तार में टोका लगा कर करंट के माध्यम से जंगली पशुओं का शिकार लंबे समय से करते आ रहे थे। जिसका खामियाजा मुड़िया के 25 वर्षीय ईश्वर भुइयां को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। ईश्वर की मौत हुई पुलिस पोस्टमार्टम कर परिजन को शव सौंप दिया। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। यह प्रक्रिया में लगभग 50 घंटे बीत गया। चतरा जिला के इटखोरी क्षेत्र में मौत की घटना और हजारीबाग जिला के चौपारण के युवक हताहत होने से इटखोरी पुलिस ने यूडी केस 4/2023 का मामला दर्ज कर अपना काम कर दिया। पर सबसे बड़ा सवाल उठता है कि इस घटना से सम्बंधित क्षेत्र के बिजली विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों के कान पर जु तक नही रेंग रहा है। उनके द्वारा न तो घटना स्थल का जांच करने पहुंचे हैं और न ही पीड़ित परिवार का खोज किया है। बिजली विभाग व वन विभाग की घटना स्थल पर नही जाना यह सिद्ध कर रहा है कि जंगली पशुओं को करंट के माध्यम से मारने में उनका भी हिस्सेदारी की बू आ रही है।

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