कोरोना काल में भी लोगों को जान से ज्यादा पानी की फिकर
लोयाबाद क्षेत्र में तीन दिनों से नगर निगम का पानी नहीं चलने से हाहाकार मचा है ।कोरोना काल में भी लोगों को जान से ज्यादा पानी की फिकर लगी रहती है।लोगों को पानी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है ।लोयाबाद जलमिनार से की जाने वाली सप्लाई लोयाबाद क्षेत्र में ठप पड़ने से लोयाबाद और आस-पास की हजारों की आबादी भीषण जल संकट से जूझ रही है । वाटर सप्लाई ठप पड़ने से लोग पानी की एक एक बूंद के लिए तरस रहे है। क्षेत्र में पीट वाटर का भी यही हाल है । एक ओर जहाँ पानी सप्लाई ठप होने से क्षेत्र के हजारों की आबादी पानी के लिए तरस रही है दूसरी ओर लोगों को पानी मुहैया कराने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है ।लोग पानी खरीद कर पीने के लिए विवश है। बताया जाता है कि लोयाबाद में कई दशकों के इंतजार के बाद जलमिनार से पानी की सप्लाई शुरू हुई थी परंतु इससे भी निर्बाध पानी आपूर्ति नहीं होने से लोगों में मायूसी छाई है ।नगर निगम द्वारा अबतक पानी कनेक्शन को पूरी तरह नियमित नहीं किए जाने के कारण पानी नहीं चलने के सही कारणों का पता भी नहीं चल पाता है । लोयाबाद क्षेत्र में नगर निगम द्वारा करोड़ों की लागत से जलमिनार बनाया गया। निगम द्वारा पानी कनेक्शन के लिए लोगों से कनेक्शन शुल्क भी लिया गया।
निगम द्वारा जलमिनार से पानी सप्लाई का जिम्मा पीएचईडी को सौंप दिया गया है।निगम द्वारा पीएचईडी को इसके लिए भुगतान भी किया जाता है परंतु फिर भी नियमित रूप से पानी सप्लाई नहीं किया जाता।अब निगम और पीएचईडी के चक्कर में आम लोग पीस रहे हैं।
नियमित रूप से नहीं चलता है पानी
पीएचईडी द्वारा की जाने वाली पानी सप्लाई लोयाबाद में नियमित रूप से नहीं कि जाती। पानी को एक दिन छोड़कर दूसरे दिन सप्लाई की जानी है परंतु ऑपरेटर द्वारा मनमानी तरीके से पानी सप्लाई की जाती है। कभी दो दिन तो कभी पाँच दिन बाद पानी चलाया जाता है।पानी चलाने का भी कोई समय नहीं है, जब ऑपरेटर की मर्ज़ी हो तब पानी चलाया जाता है। इसको देखने वाला भी कोई नहीं है।पानी चलाने वाले ऑपरेटर से आम लोग परेशान है।
सप्लाई होने पर भी नहीं मिलता पर्याप्त पानी
पानी सप्लाई करने वाले ऑपरेटर की लापरवाही के कारण पानी सप्लाई होने पर भी लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। बताया जाता है कि जलमिनार से सप्लाई किए जाने वाली पाइपलाइन में लगा बेल लीक है, ऑपरेटर द्वारा दिन में ही जलमिनार में पानी चढ़ा दिया जाता है और शाम में पानी की सप्लाई की जाती है।इससे पहले ही जलमिनार का आधा पानी लीक होकर बह जाता है और ऑपरेटर की लापरवाही के कारण लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। दूसरी ओर में लाइन का पाइप भी मुख्य सड़क के पास लीक है, जिस कारण सैकड़ो लीटर पानी सड़क पर बह कर बर्बाद हो जाता है।
मामले में पीएचइडी का पक्ष लेने के लिए अभियंता मनीष कुमार को उनके मोबाइल नंबर पर फोन किया गया परंतु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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