सालानपुर, कुल्टी, बाराबनी,रूपनारायणपुर, देंदुआ, सामडीह, गौरंगडीह,डीबुडीह, नियामतपुर, अल्लाडीह, जिमहारी से लेकर बराकर तक फैला है सरगना का जाल
सालानपुर/कुल्टी। झारखंड नाम से मशहूर अवैध लॉटरी का कारोबार इन दिनों परवान पर है,
अमूमन इस अवैध धंधा में प्रतिदिन करोड़ों रुपये का आदान प्रदान कच्चे तौर पर हो रहा है।
इस कारोबार का केंद्र सालानपुर, कुल्टी, बाराबनी,रूपनारायणपुर, देंदुआ, सामडीह, गौरंगडीह,डीबुडीह, नियामतपुर से लेकर बराकर तक फैला हुआ है, हालांकि खाकी से लेकर सफेदपोश तक शायद ही ऐसा कोई होगा जो इस धंधे में शामिल नही है।
सभी हुक्मरानों को इज्जत के साथ उसका हिस्सा पहुँचा दिया जाता है। जिसके बाद अवैध कारोबार और सरगना के लोग भयमुक्त होकर कुल्टी, सालानपुर एवं बाराबनी थाना क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में अवैध लॉटरी खपाते है,
हालांकि इस नेक कार्य से आसनसोल शहर भी अछूता नहीं है। कुल्टी थाना के हशनपुरा में तो अवैध छपाई का कारखाना धड़ल्ले से चलाया जा रहा है।
इस अवैध सरगना में कुल्टी के पुतुल, जहांगीर, फिरोज, संजय, समेत बराकर के अरुण तथा रामनगर के चंदन का नाम सुमार है।
इस गिरोह के लोग प्रतिदिन बाराबनी,रूपनारायणपुर, देंदुआ, सामडीह, गौरंगडीह,डीबुडीह, नियामतपुर, बराकर आदि क्षेत्र में मोटरसाइकिल से अवैध लॉटरी पहुँचाते है, एवं लाखों रूपये की उगाही कर सड़क रास्ते से ही लौटते है।
रास्ते मे दर्जनों चेकपोस्ट और पुलिस का पहरा होने के बाद भी इनकी वाहनों की जाँच नही की जाती है।
क्षेत्र में चल रहे अन्य अवैध कारोबार के बजाय यह लॉटरी के कारोबार सबके लिए पसंदीदा व्यवसाय बन चुका है। हालांकि इस चंगुल में क्षेत्र की लाखों गरीब इनाम के लालच में अपनी गाड़ी कमाई बर्बाद कर रहें है।
फलस्वरूप शराब के बाद अब यह लॉटरी खुशहाल परिवार में कलेश पैदा कर रहा है। इतना ही नही राज्य सरकार को भी प्रतिदिन लाखों रूप का चूना लग रहा है।
बंगाल के पड़ोसी राज्य झारखंड के चिरकुंडा, कुमारधुबी, मैथन, मुगमा, निरसा, मिहिजाम में भी यह लॉटरी रोग कैंसर की तरह फैलता जा रहा है।
हालांकि पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका उदासीन बनी हुई है, कभी कभी खानापूर्ति के लिए थोड़ी बहुत कार्यवाही कर दिया जाता है, किन्तु गिरोग के माफ़िया प्रशासन एवं राजनीतिक रहबरों की दोस्त बन चुकी है। जारी….