बड़े पैमाने पर अवैध लोहे की तस्करी, बीसीसीएल अधिकारियों, सीआईएसएफ एवं पुलिस की मिलीभगत का लग रहा आरोप
धनबाद पुलिस कप्तान की लाख कोशिशों के बावजूद भी जिले में अवैध व्यापार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। विशेषकर बाघमारा पुलिस अनुमंडल के अंतर्गत चलने वाले अवैध कारोबार की सूची काफी लंबी है जिसको लेकर आए दिन बम और गोली चलना आम बात हो गई है यहाँ तक कि कतरास थाना क्षेत्र में घटित नीरज हत्याकांड की तार भी कहीं ना कहीं अवैध कारोबार से जुड़ी हुई थी।
केस-3 के हॉल पैक जिसकी कीमत कई करोड़ रुपए में होती है
बीसीसीएल के क्षेत्र संख्या 4 से निकला था अवैध लोहा-की माने तो बीसीसीएल के क्षेत्र संख्या 4 मोदीडीह और रामकनाली कोलियरी के बीच से यह अवैध लोहा दो 407 वाहन में लोड करके निकाला गया था। जिसमें वाहन तो फरार हो गया लेकिन दूसरा लोहा सड़क पर गिरने के कारण मामला उजागर हो गया।
सीआईएसएफ पुलिस एवं बीसीसीएल अधिकारी की भूमिका संदिग्ध
बताते चलें कि इतने बड़े अवैध कारोबार को करने के लिए कहीं ना कहीं बीसीसीएल अधिकारियों सीआईएसएफ एवं पुलिस की मिलीभगत सामने आ रही है।
क्योंकि इतने बड़े अवैध कारोबार को अंजाम देना वह भी बिना जेसीबी के और बिना अधिकारियों की मिलीभगत के संभव नहीं है जबकि बीसीसीएल प्रतिमाह कोलियरीओ की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ को वेतन के रूप में एक मोटी रकम का भुगतान करती है ।

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