ये सरकारी स्कूल के बच्चे हैं, मछली पकड़ने में बिता रहे हैं समय, ऑनलाइन क्लास क्या होता है इन्हें मालूम नहीं
लोयाबाद। स्कूल बंद होने से सरकारी स्कूल के बच्चे मछली पकड़ने में दिन गुजार रहे हैं। उसके पास ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प तो नहीं है। ट्यूशन पढ़ाने वाले भी कोई उसकी मदद नहीं कर रहे हैं। सरकारी स्कूल के बच्चे होने से इन बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई तो दूर ट्यूशन भी नही मिल पा रही है। ऐसे ही कुछ बच्चे आपको लोयाबाद मदनाडीह तालाब किनारे मछली पकड़ते दिख जाएँगें।
ये बच्चे सुबह से मछली पकड़ने में लग जाते है। बच्चों के साथ बड़े भी मछली पकड़ने में लगे रहते है,कोई भी इन बच्चों के पढ़ाई को लेकर चिंतित नही है। इस कोरोना काल में इन बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। ये सभी सेन्द्रा 10 नंबर के रहने वाले बच्चे है।
प्राइवेट स्कूल में होती है ऑनलाइन क्लासेस
कोरोना काल में सभी स्कूल बंद है। लेकिन विभिन्न प्राइवेट स्कूल बच्चे का ऑनलाइन क्लासेस करा रहे है। उसी क्लासेस में बच्चे को होमवर्क भी दे दिया जा रहा है। लेकिन सरकारी स्कूल के बच्चे इस सुविधा से दूर है। घरों में इन्हें कोई ट्यूशन पढ़ाने वाले नही हैं। नतीज़तन इसका असर बच्चो पर पड़ रहा है। बच्चे पूरा दिन खेल एवम मछलियाँ पकड़ने में लगा रहे हैं।
Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View