रानीगंज एनएसबी रोड पर तीसरी बार बना बड़ा गोफ , दहशत में लोग , तृणमूल एमआईसी ने माकपा सरकार को बताया जिम्मेदार
रानीगंज एनएसबी रोड हाईवे पर मंगलवार को तीसरी बार धँसान होकर गोफ बन जाने की वजह से इस इलाके के लोग पुनः दहशत में आ गए। यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ ।
रात्रि में ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक पुलिस ने इस धँसान को होते देख लिया और रातों-रात घेराबंदी कर दी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था ।
सूत्रों के मुताबिक मध्य रात्रि के वक्त ट्रैफिक पुलिस ने देखा कि एक छोटे से आकार का हिस्सा एनएसबी रोड के बीचो बीच सुरंग में तब्दील हो रहा है । देखते-देखते वह गोफ बड़ा आकार लेता गया । सुबह होते-होते गोफ का आकार लगभग 10 वर्ग फुट का हो गया , आस-पास के करीब 25 से 30 वर्ग फुट का क्षेत्र काफी खतरनाक हो गया । यातायात पूरी तरह से प्रभावित है जाम का सिलसिला जारी है।
घटना की खबर पाते ही घटनास्थल पर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर , नगर निगम के इंजीनियर , एमआइसी दीपेंदु भगत घटनास्थल पर पहुँच कर निरीक्षण किये । लाखों रुपए खर्च कर तो कई दफा इस जगह पर मरम्मत की गई है लेकिन पुनः इस प्रकार की घटना को लेकर किसी तरह का निर्देश नहीं दिए गये। इंजीनियर ने कहा कि अस्थाई रूप पर इसे बनाने की जरूरत है, इसके लिए टेंडरिंग आदि कई प्रोसेस हैं लेकिन मेरा प्रयास होगा कि जल्द से जल्द इसे बना दी जाए।
उन्होंने बताया कि रानीगंज का सबसे व्यस्त मार्ग एनएसबी रोड है, यातायात को बंद करके अथवा पाइपलाइन को बंद करके यहाँ काम करना संभव नहीं है। इसलिए आधे मार्ग को चालू रखते हुए यहाँ एक कल्वर्ट बनाई जाएगी और अस्थाई कल्वर्ट बनने के बाद से यहाँ की समस्या दूर हो जाएगी लेकिन इसे बनाने में कितना समय लगेगा कितना खर्च लगेगी इस पर उन्होंने कहा समय लगेगा ।
घटनास्थल पर मौजूद एमआइसी दीबेंदु भगत ने बताया कि जैसा कि मुझे मालूम है काला झरिया जल परियोजना का पाइप लाइन इसी रास्ते से गई है लेकिन तत्कालीन सीपीएम के सरकार थी इस विषय पर गंभीर नहीं थे। जिसका खामियाजा आज हम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
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