गणेश वंदना के साथ ही किसी नए काम की शुरूआत करें -आचार्य संतोष कुमार पाण्डेय
कल्याणेश्वरी । हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद यानी कि भादो माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी को भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था. उनके जन्मदिवस को ही गणेश चतुर्थी कहा जाता है. यह त्योहार हर वर्ष अगस्त या सितंबर के महीने में आता है. इस बार 13 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी उक्त बातें आचार्य संतोष कुमार पाण्डेय ने गुरुवार को गणेश पूजन के दौरान कह रहे थे । उन्होंने कहा हिन्दू धर्म में भगवान गणेश का विशेष स्थान है.
कोई भी पूजा, हवन या मांगलिक कार्य उनकी स्तुति के बिना अधूरा है. हिन्दुओं में गणेश वंदना के साथ ही किसी नए काम की शुरुआत होती है. यही वजह है कि गणेश चतुर्थी यानी कि भगवान गणेश के जन्मदिवस को देश भर में पूरे विधि-विधान और उत्साह के साथ मनाया जाता है. महारष्ट्र और मध्य प्रदेश में तो इस पर्व की छटा देखते ही बनती है. सिर्फ चतुर्थी के दिन ही नहीं बल्कि भगवान गणेश का जन्म उत्सव पूरे 10 दिन यानी कि अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाता है ।
गणेश चतुर्थी का सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व ही नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक है. उन्होंने कहा विगत कुछ वर्षों से कल्याणेश्वरी समेत सालानपुर क्षेत्र में भी धूम धाम से गणेश चतुर्थी का आयोजन किया जा रहा है ।
गणपति की स्थापना गणेश चतुर्थी के दिन मध्याह्न में की जाती है. गणपति का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था. साथ ही इस दिन चंद्रमा देखने की मनाही होती है ।
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