संक्रांति के अवसर पर मारवाड़ी समाज द्वारा चोदह वस्तुएँ बाँटे गये
रानीगंज । पौष मांस में विशेषकर संक्रांति के अवसर पर मारवाड़ी समाज चोदह वस्तुएँ बाँटने की परम्परा रही है। इस बार अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन रानीगंज ने थोड़ा सा बदलाव करते हुए स्कूल के छात्र-छात्राओं के काम आने वाली वस्तुएँ जैसे कॉपी ,पैन, पेंसिल, रबर,कटर स्वेटर, टिफ़िन,पानी की बोतल ,बिस्कुट ,जुराब, उनी टोपी आदि प्रदान किया । यह सामग्री रानीगंज के बाल विकास केंद्र के छात्र-छात्राओं को प्रदान किय । शाखा की अध्यक्षा स्वीटी लोहिया ने देते हुए बताया कियह सोंच हमें राष्ट्रीय बाल विकास के प्रमुख सुशीला जी फरमानिया के मैसेज से प्रेरणास्त्रोत मिली, जिसे हम बखूबी कर पाये.उन्होंने बताया किबाल विकास केंद्र यहाँ के एक दंपत्ति वर्ष 1990 से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।अल्प शुल्क में वह बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
बीते 2 वर्षों से अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन रानीगंज शाखा इस स्कूल को समय-समय की आवश्यकता के अनुसार सेवा प्रदान कर रही है। कुल डेढ़ सौ बच्चे यहाँ पढ़ते हैं। उद्देश्य यह है कि जो बच्चे बहुत ही जरूरतमंद है, उन्हें अच्छी शिक्षा मिले. शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार मिले, समिति के बहनों ने इन बच्चों के साथ काफी समय व्यतीत किया। बच्चों की पढ़ी कविताएं सुनी ,कहानियाँ सुनी और यह महसूस हुआ कि इन बच्चों में भी प्रतिभा की कहीं भी कमी नहीं है।
इस अवसर पर संस्था के सचिव कृष्णा बुचसिया, कोषाध्यक्ष सरोज अग्रवाल, रिनू केजरीवाल ,आशा टोडानी, पूनम सतनालिका, रश्मि भालोटीया, रंजीता भालोटीया, अर्चना जैन, शालु जैन, बबीता अग्रवाल तथा सुमन मोदी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थी।

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