चौपारण प्रखंड में अलविदा की नमाज के साथ रमजान का आखिरी रोजा नमन आंखो से विदा
चौपारण प्रखंड में अलविदा की नमाज के साथ रमजान का आखिरी रोजा भी पूरा हुआ। सऊदी अरब में आज जहा ईद की नमाज अदा की गई। वही आज प्रखंड वासियों ने भी चांद देखकर ईद की तैयारी में जुट गए। मस्जिदों में इमाम खुतबा से पहले नमाजियों को खिताब करते कहा कि यह पाक महीना हमसे जुदा हो रहा है। फिर बरकत वाली महीने किसे नसीब होगा, ये अल्लाह के सिवा कोई नही जानता। मौलाना ने कहा अल्लाह की रजा की ख़ातिर हम रोजा रखें अब हम से यह अलविदा हो रहा है। एक नेकी के बदले 70 गुना सवाब मिला करता था। दिल मायूस है ग़मगीन है आंखे नम हैं यह महीना हमसे जुदा हो रहा है।अगले साल यह महीना हमे शायद नसीब न हो इसका भी अफसोस होगा। मौलाना ख़ालिक़ साहब ने कहा कि ईद का मतलब खुशी होती है। ईद उसका नाम है जिसका नेक अमल अल्लाह की बारगाह में कबूल हो गया हो वरना खुशी किसी काम का नही है। ये वो पाक महीना था जब हमारी बड़ी से बड़ी गुनाहों की मग़फ़िरत हो रही थी। हम गरीबो का ख्याल रख रहे थे। भूखे को खाना खिला रहे थे, हमे भूख और प्यास का एहसास के बाद, गरीबो और मिस्कीनों का ख्याल आता था।

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