बिजली विभाग पर गिरी गाज: अवैध रूप से पेड़ काटने पर वन विभाग ने रोका कार्य, अब जुर्माने की तलवार लटकी
कल्यानेश्वरी। पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (WBSEDCL) के आसनसोल डिवीजन द्वारा मैथन डैम थर्ड डाइक में नव निर्मित पीएचईडी विभाग के जल संयंत्र (पम्प हाउस) के लिए की जा रही 11 हजार वोल्ट (HT) की विद्युतीकरण परियोजना को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
बिना किसी आवश्यक अनुमति के दर्जनों पेड़ काटने और कई अन्य को क्षति पहुँचाने के आरोप में वन विभाग ने न केवल तत्काल कार्य रोक दिया है, बल्कि अब बिजली विभाग के ठेकेदार पर भारी जुर्माने की कार्रवाई की तैयारी भी शुरू कर दी है।
समाचार प्रकाशन का असर
इस गंभीर अनियमितता को मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क ने बीते शनिवार को जनहित को ध्यान में रखते हुए प्रमुखता से प्रकाशित किया था। समाचार के प्रकाशित होते ही अधिकारियों ने संज्ञान लिया।
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई
रविवार को, स्थानीय होदला बिट ऑफिसर और रूपनारायणपुर फारेस्ट रेंज के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल कल्यानेश्वरी पुलिस थाने में शिकायत की। इसके बाद, वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर विधुतीकरण के कार्य को तत्काल प्रभाव से रोक दिया और कार्य बंद रखने की कड़ी चेतावनी दी।
कार्यस्थल से वन विभाग के अधिकारियों ने बिजली विभाग के ठेकेदार के एक वाहन (इलेक्ट्रिक वैन) को भी जब्त कर लिया था। हालांकि, विभागीय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों की पहल के बाद वाहन को बाद में छोड़ दिया गया।
जुर्माना वसूली की तैयारी
मामले की पुष्टि करते हुए होदला फारेस्ट बिट इंचार्ज सरबन्ति घोष ने बताया कि कार्य कर रहे संवेदक (ठेकेदार) के विरुद्ध विधिवत शिकायत दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, “काटे गए पेड़ों और हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आकलन के आधार पर ठेकेदार से जुर्माना वसूला जाएगा।” उन्होंने आगे बताया कि उच्चाधिकारियों को पूरी घटना की सूचना दे दी गई है और उनके दिशानिर्देशों के बाद ही आगे की प्रक्रिया तय होगी, जिसके तहत फिलहाल विधुतीकरण कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है।
बिना अनुमति के कार्य करने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, पूरे प्रकरण में बिजली विभाग के पास आवश्यक वन विभाग की अनुमति नहीं थी। इस मनमानी को लेकर अब वन विभाग की अगुवाई में एक संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में आसनसोल डिविजनल मैनेजर (विधुत), सालानपुर बीडीओ और पीएचईडी विभाग के अधिकारी शामिल होंगे, जहाँ मामले का निष्कर्ष निकाला जाएगा और ठेकेदार पर जुर्माना लगाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
यह विद्युतीकरण कार्य मैथन डैम थर्ड डाइक में नव निर्मित पीएचईडी विभाग के जल संयंत्र (पम्प हाउस) तक 11 हजार वोल्ट (HT) की विद्युत आपूर्ति पहुँचाने के लिए किया जा रहा है। यह विद्युत तार कल्यानेश्वरी, लेफ्ट बैंक, पुलिस बागान से जंगल रोड होते हुए थर्ड डाइक पीएचईडी जल संयंत्र तक पहुँचाया जाना है।
यह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से डीवीसी और पश्चिम बंगाल वन विभाग के अंतर्गत आता है। आरोप है कि बिजली विभाग के ठेकेदार ने अपनी मनमानी दिखाते हुए रास्ते में आने वाले कई खूबसूरत और कीमती पेड़ों को निर्दयतापूर्वक काटकर धराशायी कर दिया। इस वजह से पूरा जंगल रोड क्षेत्र उजाड़ सा हो गया है, जिसके बाद वन विभाग ने अब कठोर कार्रवाई की है। यह घटना पर्यावरण संरक्षण और सरकारी नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करती है।
पश्चिम बंगाल बिजली विभाग की मनमानी, मैथन में दर्जनों पेड़ की बलि

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