हजारीधमना में मनरेगा योजनाओं की जांच के लिए पहुंची जिला टीम
चौपारण प्रखंड के सिंघरावां पंचायत अंतर्गत ग्राम हजारीधमना में मनरेगा योजना मेड़बन्दी,डोभा, समतलीकरण में कथित बेचौलिया और मनरेगा कर्मियों के द्वारा लुट की शिकायत, मनरेगा आयुक्त, उपायुक्त हजारीबाग से किया गया था। जिसकी जांच जिले के अधिकारियों द्वारा पूर्व में की गई थी। जिसमें लगभग एक लाख रुपए की रिकवरी किया था। शिकायत कर्ता के आवेदन के आलोक में उपायुक्त हजारीबाग के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने मनरेगा योजना की लूट की जांच करने के लिए बरही एसडीओ के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया था। जांच में स्कूटीव मजिस्ट्रेट दीपा खलखो बरही अनुमंडल, एवं जिले से आए जिला कृषि पदाधिकारी हजारीबाग, स्कूटीव इंजीनियर स्पेशल डिवीजन, बीपीओ राजेश कुमार, बीपीओ संतोष कुमार, समेत एई पंकज कुमार,जेई जियाउल हक, रोजगार सेवक, रामचंद्र दांगी ने हजारीधमना में डोभे की जांच करने पहुंचे थे। जांच अधिकारियों ने जैसे तैसे डोभे की जांच कर कागजी खानापूर्ति कर निकल गये। शिकायतकर्ता ने अधिकारियों से डोभे का भूमि प्रतिवेदन के आधार पर खाता प्लॉट नंबर के अनुसार जांच की मांग अधिकारियों से कर रहे थे। लेकिन अधिकारियों ने सुनी। शिकायतकर्ता विनोद सिंह ने बताया कि कई डोभे जल छाजन से बनाया गया था और मनरेगा योजना बताकर राशि की निकासी की गई।वहीं उन्होंने बताया कि कई डोभे धरातल पर आज भी नहीं है। अधिकारियों से उन्होंने पुनः जांच की मांग की है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी पूनम कुजूर ने बताया कि मनरेगा योजना की पुनः जांच की जायेगी।
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