धरने पर बैठे लोगों से वार्ता के लिए पहुंची जिला प्रशासन व बीसीसीएल प्रबंधन पर नहीं हुई वार्ता
जिला प्रशासन व बीसीसीएल प्रबंधन बुधवार को आंदोलनरत कॉंग्रेस आजसु व संयुक्त ग्रामीण मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करने के लिए पहुँचे। पूर्व में वार्ता के संबंध में सूचना नहीं दिये जाने के कारण वार्ता नहीं हो सकी। अब शुक्रवार को वार्ता होगी।
इधर चक्का जाम आंदोलन आठवें भी जारी है। करीब 12 बजे जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त दंडाधिकारी देव शंकर प्रसाद पुलिस प्रशासन के अलावा सिजूआ क्षेत्र के जीएम ए द्विवेदी मौके पर पहुँचे। चक्का जाम आंदोलन कर वहीं धरना पर बैठे आंदोलनकारियों के साथ वार्ता करना चाहा। दोनों के बीच इस बात को लेकर जिच चला।
मौके पर पहुँचे राम रहीम के नाम से चर्चित मो० असलम मंसूरी व राजकुमार महतो ने स्पष्ट रूप से कहा कि वार्ता करने के संबंध में उन लोगों को कोई जानकारी बीसीसीएल प्रबंधन व पुलिस प्रशासन के द्वारा नहीं दी गई है। यदि जानकारी दी गई होती तो उनके नेता जलेश्वर महतो मन्नान मलिक व मंटू महतो मौजूद रहते। वे लोग अपने नेताओं की गैर मौजूदगी में कोई वार्ता नहीं कर सकते हैं। अंत में शुक्रवार को वार्ता की तिथि तय हुई। मालूम हो कि उक्त तीनों संगठनों के द्वारा नियोजन सहित 22 सूत्री मांगों को लेकर 22 जनवरी से चक्का आंदोलन चला रहे हैं। कंपनी का कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है।
सोमवार को पूर्व विधायक जलेश्वर महतो व आजसु पार्टी के जिला अध्यक्ष मंटू महतो ने संयुक्त रूप से धर्नारार्थियों को संबोधित करते हुए कहा था कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। आउटसोर्सिंग कंपनी को मांगें माननी पडेगी।
मौके पर थानेदार बीर कुमार एजीएम ए के सत्यार्थी आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रतिनिधि के अलावा आंदोलनकारियों में भगीरथ रवानी जीतू पासवान शंकर केसरी संतोष महतो कारु गुप्ता मो० आजाद मो० नौशाद डब्लू पासवान रामेश्वर तूरी विनोद यादव, मुन्ना सिंह, दीपक यादव, राहुल कुमार, मुकेश सिंह, आसिफ अंसारी, सुरेश कुमार आदि दर्जनों लोग मौजूद थे।

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