दिव्यांगता अभिशाप नहीं, बल्कि समाज से हटकर कुछ अलग करने का जज्बा पैदा करता है, जरूरत है कि उन्हे सहयोग किया जाए-सांसद प्रतिनिधि
दिव्यांगता अभिशाप नहीं, बल्कि समाज से हटकर कुछ अलग करने का जज्बा पैदा करता है। इसे लेकर जिंदगी को कोसने के बाजाय उसके साथ जीने का तरीका सीखना चाहिए। उक्त बाते आज “विश्व मुक वधिर दिवस” के अवसर पर दिव्यांगों को संबोधित करते हुए जागृति परियोजना के सह समन्वयक और झारखंड विकलांग कल्याण केन्द्र के संरक्षक तथा जागृति प्रोडक्शन सर्विस सोसाइटी चौपारण के संरक्षक मुकुंद साव ने कहा। बैठक की अध्यक्षता सोसाइटी के अध्यक्ष बिनोद रजक ने किया जबकि संचालन झारखंड विकलांग कल्याण केन्द्र के सचिव शंकर नाथ शाही ने किया। मौके पर मुकुंद साव ने कहा कि ईश्वर ने हर बच्चो को अलग अलग काबिलियत से नवाजा है, बस जरूरत है उसका काबिलियत को निखारने की अगर समाज का सही सहयोग उसे मिले तो मुक वधिर भी आसमान छू सकते है। चौपारण प्रखंड में भी कई ऐसे दिव्यांग भाई बहन है जो अपनी काबिलियत से पूरा परिवार का भरण पोषण कर रहे है। अच्छे तरीके से जीवन बसर कर रहे है, आगे सांसद प्रतिनिधि मुकुंद साव ने कहा कि भारत सरकार द्वारा वधिरो को सहायता पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए गए है। विश्व वधिर संघ के आंकड़े के अनुसार भारत में लगभग 15 लाख मुक वधिर है, इनके लिए सरकार ने वधिरों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की है, उन्हे आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय वधिरो के कल्याण के लिए गैर सरकारी संगठनों को भी दीन दयाल उपाध्याय योजना के तहत सहायता भी मुहैया कराता रहा है। चौपारण में झारखंड विकलांग कल्याण केन्द्र भी दिव्यांगों के कल्याण के लिए कई अच्छे कदम उठाते रहे है। अभी जागृति प्रोडक्शन सर्विस सोसाइटी चौपारण मुक वधिर सहित सभी तरह के दिव्यांगो को सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। सेवा निवृत प्राचार्य और राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत शिक्षक डा बालेश्वर राम ने दिव्यांगों को उत्साहित करते हुए कहा कि दिव्यांग भाईयो बहनों को सहानुभूति नहीं सहयोग की जरूरत है। हम पूरी तन -मन- धन से मदद करेंगे, सचिव शंकर नाथ शाही ने कहा कि आप सभी दिव्यांग भाई बहन मुझे मदद करे, साथ दे तो हम आप सबके हक के लिए आंदोलन करते रहेंगे। मौके पर उपस्थित सभी दिव्यांग भाईयो बहनों ने सरकार से एक स्वर में मांग किया कि दिव्यांग के लिए जो कोटा है। रिजर्वेशन है, हक है जो सरकार दिया है, उसे दिया जाए नहीं तो चौपारण के तीन हजार दिव्यांग सड़क पर उतरेंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेवारी प्रशासन और सरकार को होगी, बैठक में मुकुंद साव, डा बालेश्वर राम, शंकर नाथ शाही, बिनोद रजक, बबलू मिस्त्री, सविना खातून, नजरा खातून, कुदुस मियां,द्रोपदी देवी,जहर साव, लुकन साव सहित कई लोग शामिल थे।
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