देख-रेख के अभाव में दम तोड़ रही है रोबिन सेन स्टेडियम में बनी आयाम -व्यायाम के “जीम सेंटर”
रानीगंज। उपेक्षा और देख-रेख के अभाव में दम तोड़ रही है रोबिन सेन स्टेडियम में बनी आयाम -व्यायाम के “जीम सेंटर”। जर्जर हालत है। बिजली भी काट दी गई है।
जर्जर खिरकी दरबाजा से आने वाली रौशनी हवा सहारा है। कसरत आदि के सामग्री भी कई टूट टूट कर टुकड़ों में बदल गई है समस्या एक नहीं अनेकों है। काफी दिनों की मांग को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन मंत्री वंश गोपाल चौधरी ने इस जीम को वर्ष 2002 मैं बनवाई थी इसका उद्घाटन तत्कालीन सांसद विकास राय चौधरी ने किए थे आशा और अनुरूप से कहीं अधिक यहाँ के युवाओं के लिए जीम को बनवाये थे।
यहाँ कसरत करने वाले युवाओं का कहना है कि हम लोग अधिकांश यहाँ गरीब और मेहनत कश परिवार से यहाँ आते हैं हमारे पास इतना संसाधन और धन भी नहीं है कि अपनी लागत से यहाँ के संसाधनों को चुस्त-दुरुस्त कर सकें और ना ही शहर के अन्य प्रोफेशनल व्यायाम शालाओं में जाकर आया बयान कर सकें हमारे पास जिम में जाकर खर्च करने की क्षमता नहीं है, दुःख के साथ कहा कि बिजली काफी दिनों से नहीं है। कोरोना महामारी की वजह से हम लोग यहाँ भी नहीं आ पाते थे, स्थिति यह है कि इन दिनों हम लोग अंधेरे के साथ-साथ बिना पंखे का भी यहाँ आते हैं, लेकिन गर्मी के दिनों में कष्टदायक स्थिति होती है, यहाँ के कई युवाओं ने बताया कि किसी भी जीव के बगल में एक बाथरूम व आवश्यकता होती है पीने के पानी की, लेकिन स्थिति नजरों के सामने हैं। परिसर के आसपास जंगल साफ सफाई का भाव और बद से बदतर हालत है इसी में हम लोग यहाँ आने को बाध्य है। यहाँ कार्यरत आसनसोल नगर निगम के केयरटेकर नंदू विश्वकर्मा ने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं यहाँ की समस्या को मिटाने की लेकिन हमारी क्षमता सीमित है।
रानीगंज बोरो के अधीन रोबिन सैन स्टेडियम है लेकिन पीछे ले कुछ दिनों से रानीगंज बोरो कार्यालय के प्रशासक पूर्ण शशि राय रहे और उन्होंने इस स्टेडियम के लिए कुछ प्रयास कीजिए लेकिन अब बागडोर निगम के प्रशासक अमरनाथ चटर्जी के अधीन ही है। उन्होंने कहा कि इन सब समस्याओं से हम अवगत नहीं हैं लेकिन मेरी प्रयास होगी इन समस्याओं को सुलझाने की।
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