“दूध की रखवाली करने का ठेका जैसे बिल्ली को देना” ठीक वैसे ही बी सी सी एल प्रबंधन की आउटसोर्सिंग कम्पनियाँ काम कर रही हैँ और अब जनता पूछ रही हैँ कि इस ” बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कौन “????”
बी सी सी एल की आउटसोर्सिंग कंपनियाँ ऐसे काम करती हैँ जैसे की किसी बिल्ली को दूध की रखवाली करने दे दिया गया हो, पुरे कोयलाँचल समेत धनबाद में बी सी सी एल की आउटसोर्सिंग कंपनियों पर एक बात तो सटीक बैठती हैँ कि अंग्रेज तो चले गए मगर कुछ को अंग्रेज बनाकर गए ताज़ा मामला इसी ओर ईशारा करती हैँ जबकि जनता सब देख रही हैँ और जिस दिन इनके सब्र का बाँध टूटेगा तो कोई भी नहीं रोक पाएगा, अभी भी ज्यादा देर नहीं हुई हैँ बी सी सी एल अपनी इन आउटसोर्सिंग कंपनियों पर लगाम लगाए,हैवी ब्लास्टिंग के दौरान गांव में गिरा पत्थर,आक्रोशित ग्रामीण ने किया माइनिंग के कार्य को ठप,मौके पर भरी पुलिस बल तैनात,
धनबाद के सिंदरी गोशाला ओपी अंतर्गत टासरा में सेल द्वारा संचालित कल्याणेवारी टासरा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड में हैवी ब्लास्टिंग से पास गांव में पत्थर गिरा,इस घटना का विरोध करते हुए सैकड़ो की संख्या में गांव के आक्रोशित ग्रामीण सेल टासरा माइनिंग पहुंचे और माइनिंग के कार्य को बंद करवा दिया,
माइनिंग बंद होने की सूचना पाकर कल्याणेवारी टासरा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी, गौशाला ओपी पुलिस और सेप के भारी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीण लोगो को समझाने लगे,किंतु ग्रामीण नहीं समझे,और हैवी ब्लास्टिंग के खिलाफ हंगामा करने लगे,ग्रामीणों का कहना था कि पत्थर गिरने से वे सब बाल – बाल बचे गांव के कई लोग, गांव के ग्रामीण यह आरोप है कि सेल द्वारा संचालित कल्याणेवारी टासरा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मनमानी तरीके से हैवी ब्लास्टिंग करवा रही है,अगर इसी तरह ब्लास्टिंग होगी तो बी सी सी एल की आउटसोर्सिंग कंपनी को भागना पड़ेगा वहीँ ग्रामीणों का आक्रोश देखकर सभी कर्मी काफी खौफ में थे,

Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें

Quick View