सरकारी अस्पताल में रक्त की आपूर्ति के लिए देवघर पर आश्रित, प्राइवेट अस्पताल मनमाने ढंग से वसूल रही पैसे, रिक्रिएशन संस्था द्वारा ज्ञापन सौंप रक्त संग्रहण की व्यवस्था की मांग की गई
अनुमंडल बनने के कई वर्षों बाद भी मधुपुर आज भी रक्त अधिकोष / रक्त संग्रहण जैसे व्यवस्था से वंचित है । मधुपुर के लोग आज भी रक्त की आपूर्ति हेतु देवघर पर ही आश्रित है । मधुपुर के सरकारी एवं निजी अस्पतालो में प्रतिदिन मरीजों को रक्त की कमी के कारण आने वाली समस्या का सामना करना पड़ता है । खासकर गर्भवती महिलाओं ,बच्चों , बुजर्गो एवं एनीमिया से पीड़ित बच्चे इस परेशानी का दंश झेलते है ।
मधुपुर में कई युवा एवं ऐसे युवा संगठन है जो रक्तदान के लिए बढ़ – चढ़ कर अपनी सामाजिक जिम्मेवारी का निर्वहन कर रहे है, पर रक्तदान या रक्त लेने हेतु सभी देवघर रक्तअधिकोष पर आश्रित होने के कारण कई केश में मरीजों को वक्त पर रक्त उपलब्ध नहीं हो पाता है । मजबूरन लोगों को रक्त के लिए निजी जाँच केन्द्रों/ पैथोलैबो पर जाना होता है, जहाँ इन केन्द्रों द्वारा मनमानी ढंग से पैसे वसूले जाते है । मधुपुर की वस्तुस्थित, समयाभाव, रक्त उपलब्धता की कमी को देखते हुए इन्हीं जाँचकेन्द्रों/ पैथोलैबो की मनमानी को अपनाना मरीजों के परिजनों के विकल्प बन जाते है।
इन्हीं सभी समस्याओं को देखते हुए रिक्रिएशन संस्था द्वारा देवघर सिविल सर्जन के समक्ष एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मांग की गई की मधुपुर अनुमंडल अस्पताल में रक्त अधिकोष / रक्त संग्रहण की व्यवस्था अविलम्ब की जाये ताकि इससे मधुपुर और आस-पास के मरीजों को रक्त की उपलब्धता, सुगमता से हो साथ ही साथ मधुपुर के युवाओं में रक्तदान के प्रति रुझान बढे और बरकरार रहे । संस्था के संचालक अजय पाठक ने बताया कि मधुपुर अनुमंडल अस्पताल में कई वर्ष पूर्व ही रक्त संग्रहण से संबंधित सभी उपकरण उपलब्ध कराया गया है पर सरकारी उदासीनता और इक्षाशक्ति की कमी के कारण संचालित होने की बाट जोह रहा है । अगर अब भी इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो लाखों रुपये की संपत्ति रखे रखे बर्बाद होती रहेगी । सिविल सर्जन की ज्ञापन देने हेतु संस्था
वर्तमान समय युवाओं का है और देवघर जिले के युवाओं में इक्षाशक्ति की कमी नहीं है वो चाहे समाज सेवा का हो या रक्तदान का क्षेत्र हो । आज के दौर में किसी भी मरीज़ को रक्त की कमी का दंस नहीं झेलना पड़ता है देवघर और मधुपुर के युवाओं ने इसका पूरा जिम्मा संकल्प के साथ लिया है । चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी विपरीत क्यों ना हो इक्षाशक्ति हो तो सब संभव है ।
बताते चलें की मधुपुर अनुमंडल बने कई साल बीत गए पर मधुपुर में आज भी रक्त अधिकोष या रक्त संग्रहण की कोई व्यवस्था नहीं है , जबकि कई वर्ष पूर्वे ही इससे संबंधित सभी उपकरण अस्पताल की उपलब्ध करा दिए गए है । इसी संदर्व में आज रिक्रिएशन संस्था द्वारा देवघर सिविल सर्जन के समक्ष एक ज्ञापन सौंपाा गया जिसमें मांग की गई की मधुपुर अनुमंडल अस्पताल में रक्त अधिकोष / रक्त संग्रहण की व्यवस्था अविलम्ब की जाये ताकि मधुपुर और आस-पास के मरीजों को रक्त की उपलब्धता, सुगमता से हो । साथ ही साथ मधुपुर के युवाओं में रक्तदान के प्रति रुझान बढे और बरकरार रहे ।
संस्था के संचालक अजय पाठक ने बताया कि मधुपुर अनुमंडल अस्पताल में रक्त संग्रहण से संबंधित सभी उपकरण उपलब्ध रहने के बाद भी सरकारी उदासीनता और इक्षाशक्ति की कमी के कारण संचालित होने की बाट जोह रहा है । अगर अब भी इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो लाखों रुपये की संपत्ति रखे रखे बर्बाद होती रहेगी । सिविल सर्जन की ज्ञापन देने हेतु संस्था के आलोक चंद्र मिश्रा,गणेश ठाकुर, मनोरंजन सिन्हा भी उपस्थित थे ।
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