रानीगंज को महकमा शहर बनाने की मांग
रानीगंज। रानीगंज सिटीजन फोरम की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष डॉ० रामदुलाल बसु ने कहा कि रानीगंज को महकमा शहर बनाने की मांग को लेकर आगामी 28 जनवरी को बोरो कार्यालय के सामने हम लोग धरना प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा रानीगंज एक ऐतिहासिक और कोयलाञ्चल शिल्पाँचल का महत्त्वपूर्ण शहर है। डॉक्टर बसु ने कहा कि रानीगंज एक ऐतिहासिक और आंचल का महत्त्वपूर्ण शहर है, लेकिन इस शहर के साथ कुछ इस प्रकार का सौतेला व्यवहार किया गया है कि यह शहर अपना अस्तित्व खोते जा रही है।
शहर को पुनर्जीवित करने को लेकर यह धरना प्रदर्शन की जा रही है क्या धरना प्रदर्शन सुबह 11:00 बजे से शुरू होगी। सामाजिक कार्यकर्ता एवं रानीगंज नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष गौतम घटक ने कहा कि रानीगंज के नगर पालिका का गठन बस 18 76 हुई थी और यह शहर 1906 तक महकमा शहर था। इससे समझी जा सकती है कि इस शहर का कितना गौरवमई इतिहास रहा होगा। आज सब कुछ रानीगंज से छीन कर आसनसोल ले जाया गया हमारी मांग है कि पुणे रानीगंज को महकमा शहर बना दी जाए हम लोग प्रथम चरण में शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे यदि बात नहीं मानी गई तो आंदोलन का रूप अलग होगा।
अपने संबोधन में रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष आरपी खेतान ने कहा कि व्यवसाय वाणिज्य के क्षेत्र में रानीगंज पूरे पश्चिम बंगाल में कोलकाता के बाद अपना स्थान रखता था लेकिन आज स्थिति यह है कि आसपास के बाजार रानीगंज से अधिक विकसित हो गई है इसके कई कारण है इसमें प्रमुख कारण है इस शहर का अधिकार का हनन।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश गुप्ता, अरविंद सिंघानिया, प्रमुख उपस्थित थे। फोरम के सचिव रवीन्द्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन की।
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