पुण्यतिथि पर याद किए गए चिपको आंदोलन के प्रणेता विनय चंद्र सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी जानकी सिंह
मधुपुर : स्थानीय स्वयंसेवी संस्थान के तत्वाधान में प्रखंड अंतर्गत हथिया पाथर में मंगलवार को प्रसिद्ध पर्यावरण कृषि वैज्ञानिक और मधुपुर में चिपको आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय विनय चंद्र सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर और उनकी धर्मपत्नी समाजसेविका स्वर्गीय जानकी सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर उपस्थित तमाम समाजसेवियों बुद्धिजीवियों पत्रकारों और प्रबुद्ध ग्रामीणों ने सामाजिक कार्यकर्ता दंपत्ति की समाधि पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मौके पर स्वर्ग सिंह दंपत्ति के सानिध्य में रहे सामाजिक कार्यकर्ता पत्रकार अरुण कुमार निर्झर ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि वायु सेना से अवकाश के पश्चात हथिया पाथर की बंजर और पथरीली जमीन को अपनी हिम्मत और मेहनत से सर-सब्ज बनाकर उन्होंने अपनी कर्मठता बल्कि परिश्रम से विपरीत चीजों को अनुकूल बना लेने की बेहतरीन मिसाल पेश की। इतना ही नहीं उन्होंने इस क्षेत्र में दस हजार पेड़ों के जन्मदाता के रूप में भी याद किया जाता है ।
जंगल को बचाने के लिए सुंदरलाल बहुगुणा की प्रेरणा से चिपको आंदोलन का प्रयोग किया। लोकदीप के निर्देशक सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप सिंह ने सिंह दंपत्तियों के साथ गुजारे पलों को याद करते हुए कहा उनके आसपास के लोग उनको प्यार से चाचा चाची कहते थे। वो सांप्रदायिक सौहार्द के प्रबल हिमायती थे उनका मानना था कि सांप्रदायिक सौहार्द बहाल करके यह ग्राम समाज का समुचित विकास संभव है ।
इस अवसर पर सिकंदर आलम ,महबूब अंसारी, सोनालाल मरांडी, प्रदीप कॉल, अनूप,शमशेर आलम, काशीनाथ सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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