बीएमएस ने अपनी सभा में भारत सरकार के खिलाफ श्रमिक हितों को लेकर आंदोलन की भरी हुंकार
पांडेश्वर । कोयला खदानों में कार्यरत कर्मियों का वेतनबोर्ड 11 का नोटिफिकेशन जारी करने ,कमर्सियल माइनिंग को बन्द करने ,जनवरी 2017 से सेवानिवृत कोलकर्मियों को 20 लाख ग्रेच्युटी भुगतान करने सेवानिवृत कोलकर्मियों का पेंशन वेतनबोर्ड दस के अनुसार रिवाइज करने ,समेत 17 सूत्री मांगों को लेकर 5 फरवरी को कोलइंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों के मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन को सफल बनाने को लेकर बुधवार को खुट्टाडीह कोलियरी पिट पर भारतीय मजदूर संघ की श्रमिक सभा में अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों को जमकर लताड़ा और कोलकर्मियों क हितों को लेकर सही फैसला नहीं लेने पर देश व्यापी आंदोलन चलाने की बात कही ,बीएमएस के संगठन सचिव सह कॉर्पोरेट वेलफेयर सदस्य धनंजय पांडेय ने केंद्र सरकार बरसते हुए कहा कि आसाम की खदानों को बन्द की जा रही है। निजी क्षेत्रों को कोयला खदान दी जा रही कोलकर्मियों की सुविधाओं में कटौती की जा रही है। अब समय आ गया है कि हम केंद्र की गलत नीतियों के खिलाफ़ और अपनी जायज मांगों को लेकर श्रमिक एकता के बल पर सबक सिखाना है ,इसके लिये 5 फरवरी को ईसीएल मुख्यालय पर अपनी ताकत को दिखला देना है।
एबीकेएमएस के ईसीएल प्रसिडेंट नरेन्द्र सिंह ने उपस्थित कोलकर्मियों के बीच कहा कि बीएमएस अपने कोलकर्मियों के हितों को लेकर आंदोलन करती है ,और जिसकी भी सरकार हो वह श्रमिकों को लेकर उनके हितों का ख्याल रखती है ,आज समय आ गया है कि हम सभी मजदूर भाइयों को अपनी रोजी रोटी ,बचाने और अपनी जायज मांगों को लेकर एकजुटता के साथ शक्ति दिखाने का समय आ गया है।
17 सूत्री मांगों को लेकर ईसीएल मुख्यालय पर प्रबंधन को श्रमिक ताकत का अहसास करा दिया जाय। उन्होंने खुट्टाडीह कोलियरी प्रबंधन पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने की बात भी कही ,एबीकेएमएस के ईसीएल सचिव तापस कुमार घोष ने भी सरकार की नीतियों पर अपनी भड़ास निकाली ,सभा संचालन क्षेत्रीय सचिव डी चटर्जी ने किया। केंद्रीय संगठन मंत्री महेंद्र सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। सभा के दौरान बीएमएस नेता निर्मल सिंह ,एसएस तिवारी ,रामबली ,मिलन घोष ,समेत श्रमिक उपस्थित थे।

Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें

Quick View