भाजपा की सभा में भारी हँगामा, कुर्सियाँ चली और जिलाध्यक्ष के खिलाफ लगे नारे
दुर्गापुर में दो दिनों से चल रही चिंतन शिविर पर गुटबाजी का मुद्दा ही छाया रहा और इसका अंत भी गुटबाजी के हंगामे द्वारा ही हुआ । दुर्गापुर के एक होटल में शनिवार से भाजपा की चिंतन शिविर चल रही थी जिसमें प० बंगाल के सभी विजेता 18 सांसद सहित जिला एवं राज्य स्तरीय भाजपा नेता इस विषय पर चर्चा कर रहे थे कि प० बंगाल में भाजपा को और कैसे मजबूत किया जाये , कैसे राज्य में भाजपा की सरकार बनाई जायी ।
इसी विषय पर राज्य के सभी भाजपा दिग्गज जुटे थे । बैठक में कैलास विजयवर्गीय , शिवप्रकाश, अरविंद मेनन, बाबुल सुप्रियो , देबाश्री रॉय चौधरी, दिलीप घोष, मुकुल रॉय के अलावा सांसद राजू बिस्ता, सौमित्र खान, लॉकेट चटर्जी, अर्जुन सिंह, सायंतन बसु, भारती घोष, मफुजा खातून सहित अठारह सांसद एवं पार्टी के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
तृणमूल नेता को भाजपा में शामिल करने पर भड़क गए कार्यकर्ता
चिंतन शिविर का समापन रविवार को मेला मैदान में एक सभा के माध्यम से किया गया । इस मौके पर कुछ बागी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर दी ।
सभा के बीच में ही बाराबनी के तृणमूल नेता मलय उपाध्याय को भाजपा में शामिल करने से नाराज हो गए भाजपा कार्यकर्ता । मलय उपाध्याय एवं जिलधायक्ष लखन घुरुई के खिलाफ नारेबाजी करने लगे । कार्यकर्ताओं का कहना था कि मलय उपाध्याय ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर बहुत अत्याचार किए हैं वे उन्हें कभी भी अपना नेता नहीं मानेंगे ।
कार्यकर्ता इतने नाराज हो गए कि कुर्सियों को उठाकर फेंकने लगे । पूरी सभा हंगामे में तब्दील हो गयी । कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश को देखते हुये मंचासीन नेता मंच छोड़कर चले गए ।
लखन घुरुई ने बताया तृणमूली
जिलाध्यक्ष लखन घुरुई ने इस घटना पर प्रतिकृया देते हुये कहा कि हंगामा करने वाले सभी तृणमूल कार्यकर्ता थे । तृणमूल ने सभा में हंगामा करने के लिए उन्हें भेजा था । साथ ही उन्होने कहा कि हँगामा करने वाले 34 कुर्सियाँ भी ले भागे हैं वे कभी भाजपा कार्यकर्ता नहीं हो सकते हैं ।
उन्होने कहा कि पार्टी निर्देश के आधार पर ही सभी को भाजपा में शामिल किया जा रहा है । भाजपा में कोई भी शामिल हो सकता है ।
नाम न छापने की शर्त पर एक भाजपा नेता ने बताया कि तृणमूल से काफी सारे नेता और कर्मी भाजपा में आ रहे हैं , पार्टी बड़ी हो रही है तो इस तरह की घटनाएँ होंगी। वे भाजपा को अनुशासन को नहीं जानते हैं , सबको अनुशासन सीखा दिया जाएगा ।
सभा से पहले भी हुआ था हंगामा
सभा से पहले भी जिस होटल में चिंतन शिविर चल रहा था उसके बाहर कुछ बागी कार्यकर्ता लखन घुरुई के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे । पिंटू सेन नाम का एक भाजपा कार्यकर्ता ने पुराने कार्यकर्ताओं की अवहेलना और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुये लखन घुरुई के खिलाफ नारेबाजी की।
चिंतन शिविर की समाप्ती के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उनलोगों को तृणमूल कार्यकर्ता बताया और कहा कि भाजपा को समझे बिना ही वे तृणमूल में आ गए हैं और अभी भी तृणमूल कार्यकर्ता के तरह ही व्यवहार कर रहे हैं ।
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